CAA: लखनऊ में ईंट पत्थर हटवा रहे अफसर

लखनऊ
विरोध-प्रदर्शन की आशंका पर लखनऊ नगर निगम के बहाने सड़क किनारे पड़े ईंट-पत्थर हटवा रहा है। अफसरों के मुताबिक, नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा के मद्देनजर पुराने शहर में खास सतर्कता बरती जा रही है। इसके तहत जोन दो, तीन और छह के मोहल्लों में खास चल रहा है। इन इलाकों में नगर निगम की कई टीमों ने सड़क किनारे से ईंट-पत्थर का एक-एक टुकड़ा हटाया, ताकि अराजकतत्वों के हाथ कुछ न लगे।

तीन लाख का नुकसान
19 दिसंबर को शहर में हुई हिंसा में नगर निगम को करीब तीन लाख रुपये का नुकसान हुआ है। अफसरों की मानें तो उपद्रवियों ने परिवर्तन चौक पर प्रचार विभाग का एक ट्रक तोड़ दिया। इसके अलावा कई इलाकों में नगर निगम की कई संपत्तियां आग के हवाले कर दी गईं। डीएम की अध्यक्षता में गुरुवार को हुई बैठक में नगर निगम अफसरों ने इस क्षतिपूर्ति के साथ मलबा हटाने में आए खर्च के भुगतान की मांग रखी।

सीएए के विरोध में सपाइयों का प्रदर्शन
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में समाजवादी छात्रसभा ने गुरुवार दोपहर हजरतगंज में अंबेडकर प्रतिमा के सामने प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने केंद्र और प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू की तो पुलिस ने लाठियां भांजकर खदेड़ना शुरू कर दिया और कई पदाधिकारियों को बसों से ईको गार्डन ले जाकर छोड़ दिया। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें पीटा और धक्का-मुक्की की। इससे पूजा शुक्ला समेत कई पदाधिकारी चोटिल हो गए। आरोप है कि चोटिल होने के बावजूद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को घसीटकर बसों में बिठाया। प्रदर्शन में दिग्विजय सिंह देव, अतुल प्रधान, बृजेश यादव, डॉ राम करन निर्मल, अरविन्द गिरि समेत कई कार्यकर्ता शामिल रहे।

हिंसा के लिए सरकार को बताया जिम्मेदार
दि न्यू इंडिया महासभा ने नागरिकता संशोधन कानून के विरोध के दौरान हुई हिंसा के लिए सरकारी तंत्र को जिम्मेदार ठहराया है। महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अहमद महबूब शेख ने गुरुवार को एक प्रेस वार्ता में कहा कि धारा-144 लागू होने के बाद भी लोगों का जुटना पुलिस की नाकामी और किसी बड़ी साजिश की ओर इशारा करता है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस अपनी खामियां छिपाने के लिए बेगुनाहों को जिम्मेदार बताकर प्रताड़ित कर रही है। महासभा इसके खिलाफ कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी।

Source: National

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