मुंबई : महाराष्ट्र में भाजपा शिवसेना 50-50 के मूड में नहीं दिखाई दे रही है. इसके चलते अगले महीने संभावित महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा सहयोगी शिवसेना के साथ सीट बंटवारे के फॉर्मूले पर सस्पेंस बनाए रखे हुए है. पार्टी की योजना चुनाव के बेहद करीब इस मसले पर बात करने की है और वह सहयोगी को सौ से ज्यादा सीटें नहीं देना चाहती। यही कारण है कि इस संबंध में शिवसेना के बैठक बुलाए जाने के प्रस्तावों को भाजपा लगातार टाल रही है।
शिवसेना से जुड़े सूत्रों का दावा है कि लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा विधानसभा की आधी-आधी सीटों पर लड़ने के प्रस्ताव से सैद्धांतिक तौर पर सहमत थी। हालांकि, अब बीते एक महीने में शिवसेना ने सीट बंटवारे पर बैठक के लिए तीन बार अनौपचारिक प्रस्ताव दिया, जिसका भाजपा ने कोई जवाब नहीं दिया।
भाजपा सूत्रों की मानें तो पार्टी की योजना शिवसेना को 288 में से अधिकतम 100 सीटें देने की है। वह शुरुआत में शिवसेना को इससे भी कम सीटें देने का प्रस्ताव रखेगी। लोकसभा चुनाव परिणाम और उसके बाद कराए गए कई आंतरिक सर्वे में भाजपा को वहां स्पष्ट बहुमत मिल रहा है।
सूत्रों के मुताबिक, पिछले कुछ दिनों में एनसीपी और कांग्रेस के कई जमीनी दिग्गज नेता भाजपा में शामिल हुए हैं। लिहाजा, शिवसेना को आधी सीटें देने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता। वैसे, शीर्ष नेतृत्व ने राज्य इकाई को सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी करने का निर्देश दिया है।