रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव एवं भाजपा चुनाव विधिक सेल प्रमुख नरेश गुप्ता ने भीमा मंडावी की शहादत की जांच के लिए गठित न्यायिक आयोग को भंग करने की मांग की है। भाजपा नेताद्वय ने आयोग के अध्यक्ष न्यायाधीश सतीश चंद्र अग्निहोत्री द्वारा स्व. मंडावी की शहादत में किसी साजिश से इंकार करने संबंधी बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। नेताद्वय ने कहा कि न्यायिक आयोग के अध्यक्ष प्रेस को जिस तरह के बयान दे रहे हैं, उससे यह सवाल उठना लाजिमी है कि वे किनके इशारों पर यह बात कह रहे हैं? उन्होंने आयोग के अध्यक्ष की शिकायत महामहिम राष्ट्रपति महोदय, माननीय मुख्य न्यायाधीश उच्चतम न्यायालय, महामहिम राज्यपाल महोदया, भारत निर्वाचन आयोग एवं मुख्यनिर्वाचन पदाधिकारी से भी करेंगे। इसके अलावा इस आयोग को रिवोक करने के लिए तमाम न्यायिक उपचारों पर भी भारतीय जनता पार्टी सलाह ले रही है।
भाजपा नेताद्वय ने कहा कि बुधवार को हुई आयोग अध्यक्ष की चर्चा की टाइमिंग और उसमें रिपोर्ट पर सार्वजनिक रूप से प्रेस से एकतरफा चर्चा कर आयोग के अध्यक्ष ने प्रदेश सरकार के इशारों पर काम करने का संदेश दिया है।
भाजपा नेताद्वय ने कहा कि बुधवार को जब दंतेवाड़ा में स्व. भीमा मंडावी की पत्नी ओजस्वी मंडावी भाजपा प्रत्याशी के तौर पर नामांकन दाखिल कर रही थीं, ठीक उसी वक्त आयोग अध्यक्ष ने अपनी प्रेस से चर्चा के लिए तय करके आयोग की कार्यप्रणाली पर खुद ही सवालिया निशान लगा दिया है। आखिर आयोग के अध्यक्ष को इस विषय पर प्रेस से चर्चा करने की ऐसी क्या जरूरत आ पड़ी थी? आयोग अध्यक्ष को यह स्पष्ट करना चाहिए कि किसके इशारों पर यह सब किया जा रहा है? नेताद्वय ने कहा कि होना यह चाहिए था कि आयोग अपनी रिपोर्ट शासन को सौंपती और फिर उस पर चर्चा होती। लेकिन आयोग अध्यक्ष ने तो प्रेस से चर्चा करके पूरी प्रक्रिया को ही सार्वजनिक कर दिया। भाजपा नेताद्वय ने कहा कि आयोग के अध्यक्ष ने इस तरह रिपोर्ट को सार्वजनिक करके दंतेवाड़ा उपचुनाव को प्रभावित करने की कोशिश की है, जिसकी भाजपा निंदा करती है।