दीपक आचार्य के गीत एवं तरूण कुर्म के कथक ने किया मंत्रमुग्ध
रायगढ़,चक्रधर समारोह के पांचवे दिन मशहूर बॅालीवुड प्लेबैक सिंगर जावेद अली ने अपने गानों से समां बांध दिया। समारोह स्थल में जावेद अली को सुनने के लिए देर रात तक हजारों की भीड़ जुटी रही। संस्कृति मंत्री श्री अमरजीत भगत ने कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्जवलन कर किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में कला एवं संस्कृति को आगे बढ़ाने की अपार संभावनाएं है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ी कला एवं संस्कृति को आगे बढ़ाने का बीड़ा उठाया है। छत्तीसगढ़ विकास पथ पर तभी अग्रसर होगा जब यहां की धरोहर का विकास होगा। उन्होंने विश्वास दिलाते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ की कला एवं संस्कृति को नये आयाम तक पहुंचाया जाएगा। उन्होंने सभी को गणेश पूजा की शुभकामनाएं दी।
जावेद अली के ग्रुप के सदस्य ने गणेश वंदना से प्रस्तुतियों की शुरूआत की। इसके बाद जावेद अली ने मंच पर आकर अपने सुपरहिट गाने और सूफी गाने गाकर लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। जावेद ने राग यमन पर आधारित माने नाही मोरा मनवा, नैना हारे पथ निहारे, अभी न जाओ छोड़कर जैसे गाने गाकर खूब तालियां बटोरीं। जावेद ने लोगों की मांग पर सूफी गीत मौला मौला.. मौला मेरे मौला और कुन फया कुन गीत गाये। कार्यक्रम में रायगढ़ के लोक गायक श्री दीपक आचार्य ने स्व.लक्ष्मण मस्तुरिया का प्रसिद्ध गीत मोर संग चलव रे गाकर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने छत्तीसगढ़ी खमसा की प्रस्तुति देकर खूब वाहवाही लूटी।
दिनेश जांगड़े एवं उनके ग्रुप ने पंथी नृत्य की ऊर्जावान प्रस्तुति देकर लोगों का मन मोहा। उन्होंने मानव पिरामिड बनाकर दर्शकों को मुग्ध किया। धरती माता के गीत एवं गुरूघासीदास महिमा का वर्णन किया गया। इस अवसर पर रायगढ़ घराना के कथक नर्तक श्री तरूण कुमार कुर्म एवं उनके ग्रुप ने कथक नृत्य की आकर्षक प्रस्तुति दी। उन्होंने हर-हर महादेव शिव शंकर तराना, शिव पंचाक्षर, हनुमंत परन, गज परन की अनोखी प्रस्तुति दी। ग्वालियर से आये कथक कलाकार डॉ. मानव महंत ने अपने समूह के साथ अर्द्धनारीश्वर मुद्रा में कथक प्रस्तुति दी। उन्होंने घुमड़ बादल और चमक बिजली पर कथक कर वर्षा ऋतु का वर्णन किया। इस अवसर पर कलेक्टर श्री यशवंत कुमार, जिला पंचायत सीईओ सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी, राजपरिवार से सुश्री उर्वशी देवी एवं गणमान्य नागरिक तथा जनसामान्य उपस्थित रहे।