सोनभद्र
के सोनभद्र जिले के दुद्धी थाना प्रभारी निरीक्षक अशोक कुमार सिंह के एसबीआई खाते में 9 जनवरी को सुबह सवा 8 बजे तीन करोड़ 21 लाख रुपये आने का आया तो उनका दिमाग ठनक गया। किस अकाउंट से इतनी बड़ी धनराशि उनके खाते में आ गई है, इसको लेकर काफी मशक्कत के बाद उनको कोई जानकारी नहीं हो पाई। वह बैंक खुलने का इंतजार कर रहे थे। दो घंटे तक सोच-विचार में डूबे एसओ ने सूझबूझ और ईमानदारी का परिचय देते हुए बैंक पहुंचकर इसकी सूचना दुद्धी स्टेट बैंक के मैनेजर को दी।
के सोनभद्र जिले के दुद्धी थाना प्रभारी निरीक्षक अशोक कुमार सिंह के एसबीआई खाते में 9 जनवरी को सुबह सवा 8 बजे तीन करोड़ 21 लाख रुपये आने का आया तो उनका दिमाग ठनक गया। किस अकाउंट से इतनी बड़ी धनराशि उनके खाते में आ गई है, इसको लेकर काफी मशक्कत के बाद उनको कोई जानकारी नहीं हो पाई। वह बैंक खुलने का इंतजार कर रहे थे। दो घंटे तक सोच-विचार में डूबे एसओ ने सूझबूझ और ईमानदारी का परिचय देते हुए बैंक पहुंचकर इसकी सूचना दुद्धी स्टेट बैंक के मैनेजर को दी।
एसबीआई ने जब पता किया तो वाराणसी के पहड़िया स्थिति किसी कंपनी से गलती से यह धनराशि उनके खाते में चली गई थी। थाना प्रभारी ने ब्रांच मैनेजर को प्रार्थना पत्र देकर उनके खाते में आए गलत धन को सही खाते में हस्तांतरित करने के लिए आवेदन किया।
एसओ के इस प्रार्थनापत्र के बाद बैंक मैनेजर ने उक्त धनराशि जिस खाते से उनके खाते में गलती से आ गई थी, उसमें वापस करा दी। बैंक खाते में आए करोड़ों रुपए सही खाते में भिजवाने के लिए एसओ की मशक्कत इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है।
Source: International