लखनऊ
यूपीपीसीएल पीएफ घोटाले में आर्थिक अपराध शाखा () ने मुख्य सूत्रधार ललित गोयल को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है। ललित ब्रोकरेज फर्म एसएमसी के चार्टर्ड अकाउंटेंट है। ललित पर यूपीपीसीएल के कर्मचारी भविष्य निधि घोटाले के मामले में मनी लॉन्डरिंग का आरोप है। एसएमसी ने पंजाब नैशनल बैंक हाउसिंग और दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड में निवेश कराने के लिए ब्रोकरेज फर्म की भूमिका निभाई थी।
यूपीपीसीएल पीएफ घोटाले में आर्थिक अपराध शाखा () ने मुख्य सूत्रधार ललित गोयल को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है। ललित ब्रोकरेज फर्म एसएमसी के चार्टर्ड अकाउंटेंट है। ललित पर यूपीपीसीएल के कर्मचारी भविष्य निधि घोटाले के मामले में मनी लॉन्डरिंग का आरोप है। एसएमसी ने पंजाब नैशनल बैंक हाउसिंग और दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड में निवेश कराने के लिए ब्रोकरेज फर्म की भूमिका निभाई थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ललित ब्रोकरेज के नाम पर करोड़ों रुपये की धांधली का मुख्य सूत्रधार रहा है। यह भी कहा जा रहा है कि एसएमसी के खातों में ब्रोकरेज की जो पहली रकम आई थी वह ललित के ही माध्यम से आई थी।
यूपीपीसीएल पीएफ घोटाले मामले में अब तक 16 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इसमें यूपीपीसीएल के पूर्व एमडी एपी मिश्रा, वित्त निदेशक सुधांशु द्विवेदी और ट्रस्ट के सचिव पीके गुप्ता, चार चार्टर्ड एकाउंटेंट और कई फर्मों के मालिक पर गाज गिर चुकी है।
बता दें कि यूपीपीसीएल में 26 अरब की राशि के ईपीएफ घोटाले का खुलासा हुआ था। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले की सीबीआई जांच की सिफारिश की थी। यूपी के अधिकारियों ने बिजली कर्मचारियों के वेतन को एक विवादास्पद कंपनी डीएचएफएल में निवेश कर दिया था।
Source: National