इंदौर, 20 जनवरी (भाषा) पुलिस के आर्थिक अपराध निरोधक दस्ते (ईओडब्ल्यू) ने सोमवार को यहां कथित कर्ज माफिया के ठिकानों पर छापे मारे और करोड़ों रुपये के बैंक ऋण से संबंधित फर्जीवाड़े के दस्तावेज बरामद किये। ईओडब्ल्यू के पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) आनंद कुमार यादव ने बताया कि संजय द्विवेदी और उसके सहयोगियों के तीन दफ्तरों समेत चार स्थानीय ठिकानों पर मारे गये छापों में ये दस्तावेज बरामद किये गये। यादव ने बताया कि द्विवेदी ने अपने रिश्तेदारों और सहयोगियों के माध्यम से 30 फर्जी कम्पनियां पंजीकृत करायी हैं। द्विवेदी ने किसानों समेत 100 से ज्यादा लोगों को इन कम्पनियों के निदेशक मंडल में शामिल कर लाभ में हिस्सेदारी देने के नाम पर जाल में फंसाया। डीएसपी ने बताया, “आरोपों के मुताबिक द्विवेदी ने जाल में फंसे लोगों की बहुमूल्य अचल संपत्तियां गिरवी रखवाकर संबंधित कंपनियों के नाम पर अलग-अलग बैंकों से करोड़ों रुपये के ऋण लिये। बाद में इस रकम को हड़प लिया गया।” उन्होंने बताया कि द्विवेदी पर यह आरोप भी है कि उसने एक सलाहकार फर्म बनायी जिसने शेयर बाजार में निवेश के जरिये रकम दोगुनी करने का झांसा देकर निवेशकों को चूना लगाया। डीएसपी ने बताया कि छापों में जब्त दस्तावेजों की रोशनी में द्विवेदी के खिलाफ आरोपों की जांच की जा रही है। फिलहाल उसे गिरफ्तार नहीं किया गया है।
Source: Madhyapradesh