नसीरुद्दीन पर अनुपम का पलटवार, कहा- आपने पूरी जिंदगी फ्रस्‍टेशन में गुजारी, मेरे खून में हिंदुस्‍तान है

ऐक्टिंग और बेबाक बयानों के लिए मशहूर ऐक्टर नसीरुद्दीन शाह के तंज पर अब ने पलटवार किया है। अनुपम ने एक विडियो शेयर कर कहा कि वह अपने ‘अ वेडनसडे’ को-स्‍टार को गंभीरता से नहीं लेते हैं और उन्‍होंने सफलता के बाद भी पूरी जिंदगी फ्रस्‍टेशन में गुजारी है। बता दें, इससे पहले नसीरुद्दीन ने एक इंटरव्‍यू में नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ देशभर में चल रहे विरोध-प्रदर्शनों पर अपनी बात रखी थी। इसके साथ ही उन्‍होंने यह भी बताया था कि ज्यादातर सामाजिक मुद्दों पर बॉलिवुड ऐक्टर्स खामोशी क्यों रखते हैं।

अनुपम ने बुधवार को 1 मिनट 28 सेकंड की एक विडियो क्‍लिप शेयर की। इसमें उन्‍होंने कहा, ‘मैंने इंटरव्‍यू देखा जो आपने (नसीरुद्दीन) मेरे लिए दिया। धन्‍यवाद। मैं आपको या आपकी राय को गंभीरता से नहीं लेता हूं। मैंने आपके खिलाफ कुछ भी गलत नहीं बोला लेकिन अब मैं कहूंगा कि आपने सफलता के बाद भी पूरी जिंदगी फ्रस्‍टेशन में गुजारी है। अगर आप दिलीप कुमार, अमिताभ बच्‍चन, शाहरुख खान, राजेश खन्‍ना, विराट कोहली की आलोचना करते हैं तो मुझे यकीन है कि मैं एक अच्‍छी कंपनी में हूं।’

अनुपम ने कहा- आप सही और गलत पहचान नहीं पा रहे हैं
अनुपम ने आगे कहा, ‘और आपके बयान को कोई भी गंभीरता से नहीं लेता है क्‍योंकि हम सभी को पता है कि यह आप नहीं हैं। यह तो वह चीज है जिसका सेवन आपने वर्षों से किया है, इसीलिए आप सही और गलत के अंतर को पहचान नहीं पा रहे हैं। अगर मुझको गलत कहने से आपको 2 या 3 दिनों के लिए पब्‍लिसिटी मिल जाती है तो मैं आपकी इस खुशी के लिए कामना करता हूं। भगवान आपका भला करे। और आपको मालूम है कि मेरे खून में क्‍या है? हिंदुस्‍तान। इसे समझ लीजिए।’

नसीरुद्दीन ने क्‍या कहा था?
‘द वायर’ को दिए गए एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में नसीर ने देश में बढ़ती सांप्रदायिकता पर चिंता जाहिर की थी। साथ ही उन्होंने दूसरे कलाकारों के नजरिए पर भी बात की। इस इंटरव्यू में खासतौर पर अनुपम खेर का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘मैं ट्विटर पर नहीं हूं, ट्विटर पर मौजूद इन लोगों के बारे में मैं वास्तव में चाहता हूं कि वह जिस चीज के बारे में विश्वास रखते हैं, उस पर अपना मन बना लें।’

अनुपम को बताया मसखरा
नसीरुद्दीन ने कहा, ‘अनुपम खेर जैसे लोग काफी मुखर हैं। मुझे नहीं लगता कि उनको बहुत ज्यादा तवज्जो दिए जाने की जरूरत है। वह एक मसखरे हैं, उनके एनएसडी और एफटीआईआई के साथी सायकोपैथिक नेचर को बता सकते हैं, यह उनके खून में है और इसे वह बदल नहीं सकते हैा। दूसरी तरफ जो लोग विरोध कर रहे हैं, उन्हें फैसला लेना चाहिए कि वे कहना क्या चाहते हैं, हमें हमारी जिम्मेदारी याद न दिलाएं, हम अपनी जिम्मेदारी जानते हैं।’

Source: Entertainment

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