क्या है पूरा मामला?
दरअसल, दावा किया जाता है कि मराठा योद्धा तान्हाजी मालुसरे का जन्म सतारा जिले के गोडोली गांव में हुआ था जिनका रोल फिल्म में अजय देवगन ने निभाया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि फिल्म में गांव का जिक्र ही नहीं किया गया और मालुसरे को कोंकण के उमरत का रहने वाला दिखाया गया। ऐसे में अब लोगों ने इस मुद्दे को फिल्म के निर्माताओं तक ले जाने का निर्णय लिया है।
गांव में होनी चाहिए थी फिल्म की शूटिंग
एक स्थानीय निवासी ने कहा, ‘कुछ साल पहले गांव में मालुसरे के घर के अवशेष मिले थे जिन्हें संरक्षित करके रखा गया है। गांव में उनका स्मारक बनाने के लिए उनके घर के कुछ अवशेष का इस्तेमाल किया गया था। हम फिल्म निर्माताओं से नाराज हैं। उनका (मालुसरे) जन्म गोडोली में हुआ था, इसलिए कम से कम यहां बिताए उनके बचपन के दिनों को फिल्म में दिखाया जाना चाहिए था और फिल्म की कुछ शूटिंग गांव में होनी चाहिए थी।’
दुनिया को बताया जा रहा गलत इतिहास
स्थानीय निवासी ने आरोप लगाया कि तान्हाजी के बारे में दुनिया को गलत इतिहास बताया जा रहा है। वहीं, एक दूसरे शख्स ने कहा कि एक साल पहले उन्होंने तान्हाजी के 13वें वंशज शीतल मालुसरे से अनुरोध किया था कि फिल्म में गोडोली गांव को दिखाया जाना चाहिए। अब हम आगे की कार्रवाई के लिए इस मुद्दे को ग्रामसभा में लेकर जाएंगे।’
सीएम ने किया था ट्वीट
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की अध्यक्षता में बीते बुधवार को हुई महाराष्ट्र कैबिनेट की बैठक में फिल्म को कर मुक्त करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई थी। इसके बाद अजय देवगन ने ट्वीट किया, ‘फिल्म तान्हाजी: द अनसंग वॉरियर को महाराष्ट्र में टैक्स फ्री करने के लिए उद्धव ठाकरे जी को धन्यवाद।’
फिल्म हुई थी ‘छपाक’ से क्लैश
बता दें, फिल्म में अजय के अलावा काजोल, सैफ अली खान और शरद केलकर जैसे ऐक्टर्स भी अहम किरदारों में हैं। डायरेक्टर ओम राउत की यह फिल्म 10 जनवरी को रिलीज हुई थी और इसका क्लैश दीपिका पादुकोण स्टारर ‘छपाक’ से हुआ था। हालांकि, इस बॉक्स ऑफिस के मुकाबले में अजय की फिल्म ने बाजी मारी और अब तक इसने ‘छपाक’ से कई गुना ज्यादा बिजनस कर लिया है।
Source: Entertainment