यूपी में के लिए कांग्रेस ने कमर कस ली है। में जान फूंकने की कोशिश में जुटीं प्रियंका गांधी वाड्रा की किसानों के मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने आक्रामक तेवर अख्तियार करने की रणनीति है। किसानों के हक के लिए संघर्ष का एलान करने वाली कांग्रेस सत्ता में बैठे मंत्री, सासंद और विधायकों से भी जवाब मांगेगी।
किसानों की परेशानी के लिए कांग्रेस सिर्फ नौकरशाहों के खिलाफ ही नहीं बल्कि जनप्रतिनिधियों का घेराव कर जवाब मांगने की योजना बना रही है। पिछले दिनों सूबे के कांग्रेस कार्यकर्ताओं के ट्रेनिंग कैंप में भी इसका रोडमैप समझाया गया। वेस्ट यूपी के एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता के मुताबिक, पार्टी की तरफ से संकेत दिए गए है कि किसानों के मुद्दे को लेकर केंद्र और प्रदेश सरकार पर हमलावर रहेंगे। हर गांव में कांग्रेसी दस्तक देकर वहां के किसानों से मांग पत्र भरवाएंगे, जिसमें किसानों की समस्याओं का उल्लेख होगा।
उन्होंने आगे बताया, ‘समस्याएं कब से हैं, उनके समाधान के लिए किस-किस स्तर पर अब तक प्रयास हुए, उसका रिजल्ट क्या निकला, इसका ब्योरा रहेगा। ब्लॉक स्तर पर चलने वाले इस अभियान के तहत मांग पत्र को जिला स्तर पर एकत्र किया जाएगा। राष्ट्रीय प्रांतीय, जिला, तहसील और ब्लॉक स्तर की समस्याओं की श्रेणी बनाई जाएगी। उसी के मुताबिक उनके समाधान के लिए टीम काम करेगी।’
कांग्रेस के एक पदाधिकारी के मुताबिक, पार्टी वर्कर किसानों को आज बनने के लिए उनकी समस्याओं के समाधान के लिए न सिर्फ संबंधित अधिकारी के यहां दस्तक देंगे। बल्कि क्षेत्र में आने वाले मंत्री, क्षेत्रीय सासंद और विधायकों का घेराव कर समस्याओं के निपटाने को मजबूर करेंगे। कांग्रेस ज्वलंत और जनहित के मुद्दों से साथ आम आदमी से जुड़ी दिक्कतों को लेकर सदन से सड़क तक संघर्ष करती आगे दिखेगी।
कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष (वेस्ट यूपी प्रभारी) पूर्व विधायक पंकज मलिक का कहना है कि कांग्रेस जुझारू तरीके से जनता की आवाज बनेगी। किसान, मजबूत, आम आदमी, व्यापारी, युवा, महिला, कारोबारी के लिए मदद को कांग्रेस का वर्कर हर वक्त तैयार हैं।
Source: International