मुख्य राष्ट्रीय कोच ने स्वीकार किया है कि बीडब्ल्यूएफ के व्यस्त कार्यक्रम के कारण परेशानियां हो रही हैं लेकिन इसके साथ ही उनका मानना है कि जैसी खिलाड़ी को इसको लेकर शिकायत करने के बजाय इससे सामंजस्य बिठाना होगा।
सिंधु ने पिछले साल विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता लेकिन वह कोई अन्य टूर्नमेंट नहीं जीत पाईं। गोपीचंद ने यहां एक कार्यक्रम से इतर कहा, ‘मेरा मानना है कि व्यस्त कार्यक्रम शीर्ष खिलाड़ियों के लिये समस्या रहा है लेकिन यह मसला सभी खिलाड़ियों से जुड़ा है। शीर्ष खिलाड़ी होने के नाते यह उसका (सिंधु) का कर्तव्य है कि वह शिकायत किये बिना इससे सामंजस्य बिठाए।’
उन्होंने कहा, ‘सिंधु अपनी कुछ गलतियों पर काम कर रही है और उम्मीद है कि हम इनका समाधान निकालने में सफल रहेंगे। ’ गोपीचंद को विश्वास है कि सिंधु ओलंपिक के समय पासा पलटने में सफल रहेगी।
उन्होंने कहा, ‘हमारे पास अच्छी टीम है जिसमें कोच के रूप में पार्क (ताइ सैंग) हैं, हमारे पास श्रीकांत ट्रेनर है और फिजियो हैं। उम्मीद है कि आने वाले महीनों और ओलिंपिक से पहले हम अच्छी तैयारी करेंगे।’
गोपीचंद ने कहा, ‘निश्चित तौर पर हमें खेल के कुछ पहलुओं पर काम करना होगा और उम्मीद है कि हम जल्द ही उस मुकाम तक पहुंचेंगे।’ गोपीचंद को उम्मीद है कि रियो ओलंपिक की रजत पदक विजेता सिंधु तोक्यो ओलिंपिक में पदक जीतने में सफल रहेगी। उन्होंने कहा, ‘‘उसके पास पदक जीतने का अच्छा मौका है। मेरा मानना है कि अच्छी तैयारियों के साथ वह बेहतर प्रदर्शन करेगी।’
सिंधु तोक्यो के लिए अपना टिकट सुनिश्चित कर चुकी है लेकिन और किदाम्बी श्रीकांत के पास अपनी जगह पक्की करने के लिये कम समय बचा है, लेकिन गोपीचंद का मानना है कि ये दोनों दो तीन टूर्नमेंट में अच्छा प्रदर्शन करके अब भी क्वालीफाई कर सकते हैं।
साइना और श्रीकांत ‘रेस टू तोक्यो बीडब्ल्यूएफ ओलिंपिक क्वॉलिफिकेशन रैंकिंग’ में क्रमश: 22वें और 26वें स्थान पर है। प्रत्येक देश के लिए एकल में दो खिलाड़ियों का कोटा है जो 28 अप्रैल की समयसीमा तक उनके शीर्ष 16 में रहने पर तय होगा।
उन्होंने कहा, ‘ओलिंपिक क्वॉलिफिकेशन तक सात टूर्नमेंट खेले जाने हैं। उन्हें ओलिंपिक के लिए क्वॉलिफाइ करने के लिए वास्तव में अच्छा प्रदर्शन करना होगा। एक दो टूर्नमेंट में अच्छे प्रदर्शन से वे ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई करने के करीब पहुंच सकते हैं।’
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