यूपी के मेरठ जिले में पोलियो ड्रॉप पिलाने मुस्लिम बाहुल्य इलाके में पहुंचे स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के साथ मारपीट का मामला सामने आया है। आरोप है कि कुछ लोगों ने इस टीम के सदस्यों को नैशनल पॉप्युलेशन रजिस्टर बनाने वाला कार्यकर्ता समझकर पहले बंधक बनाया और फिर इनके साथ मारपीट की। इस मामले में स्वास्थकर्मियों ने मुख्य चिकित्साधिकारी के निर्देश पर एफआईआर दर्ज कराई है। नर्स नीतू की तहरीर पर छेड़छाड़, बंधक बनाना, डकैती, मारपीट आदि धाराओं में दर्ज रिपोर्ट में एक को नामजद करते हुए बाकी को अज्ञात बताया है।
मेरठ के थाना लिसाड़ी गेट में नगरीय प्राथमिक स्वास्थ केंद्र लखीपुरा की नर्स नीतू द्वारा दी गई तहरीर में इस मामले की जानकारी दी गई है। नर्स ने बताया है कि वह अपने साधियों के साथ अलीबाग इलाके में पोलियो वैक्सिनेशन के काम के लिए गई थीं। इसी दौरान कुछ लोगों ने टीम के एक घर में जाने का विरोध किया और कर्मचारियों को एनपीआर बनाने वाला कर्मचारी बताकर उनके साथ मारपीट की। इन लोगों ने कर्मचारियों के पास मौजूद कागजों को फाड़ दिया और इन्हें बंधक भी बनाया। इस दौरान टीम के लोगों ने अपने पास मौजूद परिचय पत्र भी दिखाया, लेकिन भीड़ ने उनकी एक ना सुनी। इसके अलावा इन लोगों ने पीएम और गृहमंत्री के खिलाफ अपशब्दों का भी इस्तेमाल किया।
इसके बाद किसी तरह यहां से निकल सके कर्मचारियों ने सीएमओ को मामले की जानकारी दी। मुख्य चिकित्सका अधिकारी के निर्देश पर पुलिस के पास इस मामले में केस दर्ज कराया गया है। केस करने वाली नर्स ने इमरान नाम के युवक पर भीड़ भड़काने का आरोप लगाया है। स्वास्थ विभाग की टीम की रिपोर्ट पर मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डाक्टर राजकुमार सिंह ने थाना प्रभारी लिसाड़ी गेट को एफआईआर लिखकर कार्रवाई करने की सिफारिश की है। लिसाड़ी गेट के इंस्पेक्टर प्रशांत कपिल के मुताबिक नर्स नीतू की तहरीर पर इमरान को नामजद करते हुए बाकी के अज्ञात के खिलाफ छेड़छाड़, बंधक बनाना, डकैती, मारपीट आदि धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है।
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