उत्तर प्रदेश में पांच दिवसीय दो टीम के साथ सोमवार को बिजनौर और बलिया से शुरू होगी। बिजनौर से मुख्यमंत्री शुरू करेंगे और समापन 31 जनवरी को कानपुर में गंगा के किनारे होगा। वेस्ट यूपी के सभी जिलों में तैयारी पूरी कर ली गई है। हर जिले के प्रभारी मंत्री के साथ वेस्ट यूपी के सभी मंत्री बिजनौर और मुजफ्फरनगर और हस्तिनापुर में मौजूद रहेंगे। इस दौरान के समर्थन में भी आवाज बुलंद करेंगे। वेस्ट यूपी के लिए विकास योजनाओं का ऐलान भी सीएम कर सकते हैं।
बीजेपी के नेताओं का कहना है कि इस वक्त पार्टी सीएए के बारे में भ्रम फैलाना वालों को पोल खोलने का काम कर रही है। गंगायात्रा के मौके पर लाखों लोगों के बीच इसके बारे में जानकारी देने के मौका बेहतर रहेगा। गंगा की महत्ता और यात्रा के फायदे भी इस दौरान बताए जाएंगे।
दरअसल, 27 से 31 जनवरी तक किलने वाली गंगा यात्रा दो रूट से निकाली जाएगी। पहला बिजनौर से कानपुर और दूसरा बलिया से कानपुर। बिजनौर से कानपुर तक निकलने वाली गंगा यात्रा पहले दिन मेरठ जिले के हस्तिनापुर में रात्रि विश्राम करेगी। 28 जनवरी को उपमुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा, केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति और केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान आरती करने के बाद आगे के लिए रवाना करेंगे।
योजना के मुताबिक यात्रा के दौरान प्रदेश सरकार के 56 और केंद्र सरकार के 8 मंत्री शामिल होंगे। दोनों यात्रा प्रदेश के 87 विधानसभा क्षेत्रों, 26 लोकसभा क्षेत्रों और 27 जिलों से गुजरेगी। बिजनौर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत और केंद्रीय राज्यमंत्री संजीव बालियान मौजूद रहेंगे। दोनों यात्राएं सड़क मार्ग से 1238 और नाव से 150 किमी की दूरी तय करेगी।
हर रोज होगी गंगा आरती और पूजन, बजेंगे घंटे-घड़ियाल
अफसरों के मुताबिक प्रथ्वी पर गंगा का कुल बहाव 2525 किमी है। इसमें 1140 किमी लंबा क्षेत्र उत्तर प्रदेश में है। गंगा के किनारे 1040 ग्राम पंचायत, 1656 राजस्व गांव और 21 नगरीय निकाय हैं। ये 87 विधानसभा क्षेत्रों, 26 लोकसभा क्षेत्रों और 27 जिलों में पड़ते हैं। बलिया से कानपुर तक 657 और बिजनौर से कानपुर तक 581 किमी की यात्रा सड़क मार्ग से होगी। 150 किमी यात्रा जल मार्ग से होगी। यात्रा का शुभारंभ गंगा पूजन व गंगा आरती से होगा। हर रोज गंगा पूजन से यात्रा शुरू होगी। इस दौरान घंटे, घड़ियाल और पुष्पवर्षा से यात्रा का स्वागत होगा।
काले कपड़ों पर रहेगी पाबंदी, नाव से भी सुरक्षा
गंगा यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में काले कपड़ों पर प्रतिबंध रहेगा। कोई भी काला कपडे़ पहनने अथवा ओढ़ कर वहां नहीं जाएगा। काला छाता, रुमाल, स्कार्फ, जर्सी भी काली पहनकर कोई नहीं पहुंचेगा। गंगा में एनडीआरएफ की टीम के साथ पीएसी के जवान नाव से मुख्यमंत्री की सुरक्षा करेंगे। नाव में तैनात पुलिस के जवान भी मुख्यमंत्री की सुरक्षा के लिए मुस्तैद रहेंगे, जो हर गतिविधि पर नजर रखेंगे।
गंगा यात्रा का वेस्ट यूपी का रूट
27 जनवरी- बिजनौर बैराज से मुजफ्फरनगर के रामराज और मेरठ के हस्तिनापुर
28 जनवरी- मेरठ हसित्नापरु से हापुड़ के बृजघाट, से अमरोहा के तिगरी और बुलंदशहर के अनूपशहर में बसीघाट
29 जनवरी- बुलंदशहर के बसीघाट से अलीगढ़ के संकरा, संभल के गुन्नौर, बदायूं के कछलाघाट, शहाजहांपुर के ढाईघाट चौराहा, कारगंज ते लहराघाट और फर्रुखाबाद के पांचाल घाट
30 जनवरी- फर्रुखाबाद के पांचालगाट से कन्नौज के केके बोर्डिंग ग्राउड, हरदोई के राजघाट
31 जनवरी- बिठूर कानपुर बैराज (समापन)
Source: International