बलिया से शुरू हुई गंगायात्रा, गवर्नर आनंदीबेन पटेल बोलीं- नदियों को बचाना जरूरी

बलिया
उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी का शुभारंभ करने के लिए सोमवार को प्रदेश की राज्यपाल बलिया के दुबेछपरा गंगाघाट पहुंचीं। गंगायात्रा का शुभारंभ करने से पहले राज्यपाल ने मां गंगा पूजन के साथ गंगा आरती भी की। काशी से पहुंचे बटुकों और पंडितों के वैदिक मंत्रों और शंखनाद के बीच गंगापूजन के बाद राज्यपाल ने इस यात्रा का शुभारंभ किया। इस मौके पर बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के साथ केंद्रीय मंत्री डॉक्टर महेंद्रनाथ पांडेय भी मौजूद थे।

गंगायात्रा के शुभारंभ के बाद अपने संबोधन में राज्यपाल ने अंग्रेजों की दासता के खिलाफ संघर्ष किए अमर क्रांतिकारी मंगल पांडेय की पवित्र भूमि को नमन करते हुए अपनी जन्मभूमि गुजरात को याद करते हुए कहा, ‘वहां एक ही नदी है। यूपी में जहां देखो वहीं नदियां हैं। नदियों को बचाने में हम सबको गंभीर प्रयास करने होंगे। नदियों को प्रदूषित करने से हमारे बच्चे बीमारी की चपेट में आ जाते हैं। नदियों के मामले में देश की सबसे पवित्र भूमि उत्तर प्रदेश को कुछ लोग प्रदूषित कर रहे हैं।’

आनंदीबेन पटेल ने की पीएम योगी और सीएम योगी की तारीफ
गंगा को प्रदूषित होने से बचाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयास की सराहना करते हुए गवर्नर ने कहा कि यह खुशी की बात है कि शहरों का गंदा पानी अब शुद्ध होकर नदियों में जा रहा है। केंद्र सरकार ने नदियों को बचाने का संकल्प लिया है और गंगा यात्रा के माध्यम से इस संकल्प को जन-जन पहुंचाने के लिए प्रधानमंत्री को नमामि गंगे और गंगा यात्रा के लिए मुख्यमंत्री बधाई के पात्र हैं।

राज्यपाल ने नदियों के महत्व की सीख देते हुए कहा, ‘हमें नदियों के महत्व को समझना होगा क्योंकि जब ये शुद्ध होंगी तो आसपास के गांव और शहर का भी विकास होगा।’ गंगायात्रा के माध्यम से गंगा के तटवर्ती गांवों में प्रदेश सरकार की ओर से किए जाने वाले विकास की चर्चा करते हुए राज्यपाल ने कहा कि अब गंगा किनारे के सभी गांवों में गंगा मैदान होगा, इससे बच्चों को खेलने का मैदान मिलेगा। गंगा यात्रा को सफल बनाने की अपील करते हुए आनंदीबेन ने कहा कि इस यात्रा में 1035 गांव शामिल हैं, सभी का विकास होगा।

सुशील मोदी बोले- कदम से कदम मिलाकर चलेगी बिहार सरकार
बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने अपने संबोधन में कहा, ‘यूपी सरकार की ओर से गंगा के तटवर्ती गांवों में विकास के लिए अनूठी यात्रा की पहल की गई है। गंगायात्रा से लोग नदियों के प्रति जागरूक होने के साथ इनके विकास के लिए की ओर से उठाए जा रहे कदम से कदम मिलाकर चलेंगे।’ सुशील मोदी ने पहले की प्रदेश और केंद्र सरकारों पर आरोप लगाते हुए कहा कि अगर पूर्ववर्ती सरकारों ने गंगा को मां माना होता तो आज यह हाल न होता। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार सरकार स्वच्छ गंगा का पानी बौद्ध गया तक ले जाएगी।

गंगा यात्रा की शुरुआत होने के बाद राज्यपाल लखनऊ चली गईं। गंगायात्रा के तहत गंगारथ पर होकर बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी और यूपी के कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही एनएच-31 से होकर कोटवां नारायणपुर के पास गाजीपुर की सीमा की तरफ रवाना हुए। गंगायात्रा के रास्ते में स्कूली बच्चे भारत माता की जय, गंगा मैया की जय नारे लगाते हुए कतार बनाकर खड़े दिखे।

Source: International

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