नोएडा के गौरव चंदेल हत्याकांड में रविवार को हापुड़ पुलिस ने एक शार्प-शूटर दबोच लिया। एक ओर जहां केस में बड़ी कामयाबी मिली, वहीं दूसरी ओर गिरफ्तारी का श्रेय लेने के चक्कर में हापुड़ पुलिस और उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स यानी एसटीएफ की टीमों के बीच टकराव हो गया। बता दें कि केस में आशु गैंग के एक सदस्य को धरा गया है। बता दें कि 6 जनवरी को गौरव चंदेल की हत्या कर दी गई थी जिसके बाद से लोगों के गुस्से के चलते पुलिस के ऊपर दबाव था।
सनसनीखेज में शूटर की गिरफ्तारी की खबर मीडिया को देने के लिए पुलिस अधीक्षक हापुड़ ने रविवार देर रात प्रेस-कॉन्फ्रेंस बुलाने की तैयारियां शुरू कर दी थीं। पुलिस प्रवक्ता अजय चौधरी ने इस बात की पुष्टि भी की थी कि रविवार रात करीब आठ बजे हापुड़ के पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले हैं।
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कॉन्फ्रेंस करने से रोका
उधर, कॉन्फ्रेंस का पता चलते ही खुलासे का श्रेय लेने की आपसी होड़ मच गई। हापुड़ पुलिस को जब तक यूपी पुलिस के कुछ आला अफसरों द्वारा इस मामले में रविवार रात में ही प्रेस कॉन्फ्रेंस करने से कथित रूप से रोका गया, तब तक हापुड़ पुलिस एक हत्यारे की गिरफ्तारी की खबर जारी कर चुकी थी। नोएडा पुलिस और यूपी एसटीएफ की नोएडा यूनिट में उस वक्त हड़कंप तब मच गया।
6 जनवरी की घटना में आशु जाट गैंग का नाम
गौरव चंदेल गुड़गांव की एक निजी कंपनी में रीजनल मैजनेजर थे और 6 जनवरी की रात ऑफिस से घर लौटते वक्त उनकी हत्या हो गई थी। इसके बाद से उनकी कार भी गायब थी। चंदेल का शव गौड़ सिटी के पास मिला था। इस हत्याकांड के खिलाफ स्थानीय लोग सड़क पर उतर आए थे। गिरफ्तार आरोपी का नाम उमेश बताया जा रहा है जिसका संबंध इनामी
के गैंग से है। वह बुलंदशहर के रायपुर का रहने वाला है। उमेश पर भी 25 हजार का इनाम था। उमेश के अलावा पुलिस ने आशु की पत्नी को भी गिरफ्तार किया है।
Source: National