करॉना संदिग्ध को दवा दे घर भेजा, ऐक्शन

ग्वालियर
केरल में एक मरीज में की पुष्टि के बाद देश के अलग-अलग राज्यों को अलर्ट कर दिया गया है। इसी बीच मध्य प्रदेश के ग्वालियर में प्रदेश सरकार के निर्देश को लेकर डॉक्टरों की उदासीनता का मामला भी सामने आया है। यहां करॉना वायरस के एक मरीज को डॉक्टरों ने सर्दी-खांसी की दवा देकर घर भेज दिया और दो दिन बाद आने को कहा। बताया जा रहा है कि मरीज एक हफ्ते पहले ही चीन से लौटा था और करॉना के लक्षणों का संदेह होने पर उसने खुद अस्पताल से संपर्क किया था।

मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य अधिकारी मृदुल सक्सेना ने डॉक्टरों को नोटिस भेजकर स्पष्टीकरण देने को कहा है। जानकारी के मुताबिक, ग्वालियर का रहने वाला मरीज न्यूज रिपोर्ट्स में करॉना से जुड़ी खबरें देखने के बाद जिला अस्पताल पहुंचा था। वहां ओपीडी के डॉक्टरों ने उसे कुछ दवाएं देकर दो दिन बाद आने को कहा। हालांकि, मरीज इतने में संतुष्ट नहीं हुआ और वह दूसरे सरकारी अस्पताल जय आरोग्य हॉस्पिटल में पहुंच गया। वहां से भी उसे दवा देकर घर भेज दिया गया।

डॉक्टर को नोटिस
सूचना मिलने पर स्वास्थ्य अधिकारी सक्सेना ने इसे लेकर डॉक्टरों को नोटिस जारी किया है। उन्होंने कहा कि मरीज सर्दी और खांसी के लक्षणों के साथ सुबह जिला अस्पताल पहुंचा था। अगर वह करॉना वायरस संक्रमण का संदिग्ध था तो उसके साथ निर्धारित प्रोटोकॉल फॉलो क्यों नहीं किया गया? अधिकारी ने बताया कि उन्होंने सिविल सर्जन और डॉक्टरों से स्पष्टीकरण मांगा है और मरीज का पता लगाने का निर्देश दिया है, ताकि उसके साथ भी ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल फॉलो किया जा सके।

मरीज के घर भेजी डॉक्टरों की टीम
मरीज का इलाज करने वाले डॉ. बीके गुप्ता ने बताया कि मरीज का पता लगा लिया गया है। वह जिला अस्पताल से इलाज कराने के बाद जय आरोग्य हॉस्पिटल चला गया था। हमने उसकी रिपोर्ट मंगाई है और उससे संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि उसके जरूरी सैंपल्स लिए जा सकें। उन्होंने कहा कि मरीज के साथ निर्धारित प्रोटोकॉल फॉलो किया जाएगा। हमें उसका पता मिल गया है और डॉक्टरों की एक टीम को उसे लाने के लिए भेजा गया है।

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Source: National

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