प्रधानमंत्री के वाराणसी दौरे के दौरान खुफिया एजेंसियों ने पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) द्वारा गड़बड़ी फैलाए जाने की आशंका जताई है। इसको देखते हुए प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में बीते दिसम्बर महीने में प्रदेश भर में हुए बवाल में की सक्रियता सामने आई थी।
वाराणसी में भी पीएफआई सक्रिय रही थी। शहर के जैतपुरा, आदमपुर, चेतगंज, दशाश्वमेध, कैंट और शिवपुर इलाके के 40 ऐसे लोग सर्विलांस और अन्य स्त्रोतों के माध्यम से चिन्हित किए गए हैं जो सीएए को लेकर विरोध प्रदर्शन के दौरान पीएफआई के बड़े नेताओं से कॉल और वॉट्सऐप चैटिंग समेत अन्य माध्यमों से सीधे संपर्क में रहे।
एटीएस भी रख रही है नजर
प्रशासन को खुफिया एजेंसियों से मिले इनपुट के मुताबिक वाराणसी दौरे में पीएम मोदी की जनसभा और उनके सड़क मार्ग से आने-जाने के दौरान पीएफआई के सदस्य काले झंडे दिखाने सहित विरोध के नाम पर रास्ता रोकने का प्रयास कर सकते हैं। इस इनपुट के बाद पीएफआई के सक्रिय सदस्य के रूप में चिह्नित लोगों की सूची संबंधित थाना प्रभारियों को सौंपकर उनकी गतिविधियों पर नजर रखने का निर्देश दिया गया है। एटीएस भी इन पर नजर रख रही है।
Source: International