इंदौर, छह फरवरी (भाषा) संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ मध्यप्रदेश में जारी धरना-प्रदर्शनों को अनुचित करार देते हुए पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र लिखकर कहा है कि वह इन प्रदर्शनों में “बाहरी” लोगों के कथित भड़काऊ भाषणों की सुध लें। कमलनाथ को चार फरवरी (मंगलवार) को भेजा गया पत्र बृहस्पतिवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। पत्र में कहा गया कि यह बात बेहद स्पष्ट है कि सीएए में किसी भी भारतीय नागरिक का कोई अधिकार नहीं छीना गया है। फिर भी राज्य में इस कानून के खिलाफ धरना-प्रदर्शन हो रहे हैं। महाजन ने पत्र में किसी व्यक्तिविशेष का नाम लिये बगैर कहा, “मुझे चिंता तब होती है, जब ऐसे धरनों में बाहर से लोग आकर भड़काऊ भाषण दे रहे हैं। ऐसा हाल में इंदौर में हुआ है। किसी व्यक्ति ने तो यहां तक कहने की हिम्मत की है कि घुसपैठियों को भी नागरिकता दी जानी चाहिये।” पूर्व लोकसभा अध्यक्ष ने कमलनाथ को संबोधित एक पृष्ठ के पत्र में कहा, “वर्षों से राजनीतिक क्षेत्र में काम कर रहे आप जैसे व्यक्ति के मुख्यमंत्री होने के बावजूद यह सब हो रहा है। कृपया इस पर ध्यान दीजिये।” गौरतलब है कि बॉलीवुड अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने रविवार को यहां एक सामाजिक संगठन द्वारा आयोजित “संविधान बचाओ, देश बचाओ” रैली में सीएए पर विरोध जताते हुए नरेंद्र मोदी सरकार और भाजपा नेताओं के खिलाफ तीखे हमले किये थे। हालांकि, महाजन के पत्र में भास्कर के नाम का जिक्र नहीं है। उधर, सूबे में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने इस पत्र को लेकर महाजन पर पलटवार किया है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता नीलाभ शुक्ला ने कहा, “लोकसभा अध्यक्ष जैसे उच्च संवैधानिक पद पर रह चुकीं महाजन फिजूल की खतो-किताबत कर सूबे का शांतिपूर्ण माहौल खराब कर रही हैं।” शुक्ला ने महाजन को चुनौती दी कि वह उन तथाकथित “बाहरी” लोगों के नामों का सप्रमाण खुलासा करें जो उनके दावे के मुताबिक सीएए के मुद्दे पर राज्य में भड़काऊ भाषण दे रहे हैं।
Source: Madhyapradesh