भारत ने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को हराकर फाइनल में प्रवेश किया था। न्यू जीलैंड ने सेमीफाइनल में 50 ओवर में 8 विकेट पर 211 रन बनाए, जिसके बाद बांग्लादेशी टीम ने इस टारगेट को 44.1 ओवर में हासिल कर लिया और 35 गेंद शेष रहते मुकाबला जीत लिया।
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अंडर-19 एशिया कप में भी हुई थी खिताबी जंगपिछले साल अंडर-19 एशिया कप में भारतीय टीम ने बांग्लादेश को हराकर ही खिताब जीता था। हालांकि यह लो-स्कोरिंग मैच था लेकिन भारत ने बेहद करीबी मुकाबला केवल 5 रन से अपने नाम किया। तब जीत के हीरो अथर्व अंकोलेकर रहे थे, जिन्होंने फाइनल में 8 ओवर में 28 रन देकर 5 विकेट अपने नाम किए। वहीं, आकाश सिंह ने 3 विकेट झटके।
ऐसा रहा था रोमांचध्रुव जुरेल की कप्तानी में एशिया कप खेलने गई भारतीय अंडर-19 टीम 32.4 ओवर में मात्र 106 रन पर सिमट गई थी। तब ऐसा लग रहा था कि खिताब हाथ में नहीं आ पाएगा लेकिन अथर्व ने टीम को बड़ी कामयाबी दिलाई और मैन ऑफ द मैच रहते हुए जीत भी दिला दी। बांग्लादेशी टीम 33 ओवर में 101 रन पर सिमट गई।
भारत तीसरी बार, बांग्लादेश पहली बार अंडर-19 वर्ल्ड कप के फाइनल में भारत लगातार तीसरी बार पहुंचा है जबकि बांग्लादेश पहली बार इस वैश्विक टूर्नमेंट के खिताबी मुकाबले में पहुंचने में कामयाब हुआ। भारत ने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को हराकर फाइनल में जगह बनाई जबकि बांग्लादेश ने न्यू जीलैंड को मात दी।
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अथर्व की मां हैं कंडक्टरअथर्व ने नौ वर्ष की उम्र में अपने पिता को खो दिया था। सास, ननद और दो बेटों की जिम्मेदारी उनकी मां वैदेही पर आन पड़ी जो घर में बच्चों को ट्यूशन पढ़ाती थीं। वैदेही ने अपने पति की जगह वृहनमुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाय एंड ट्रांसपोर्ट (बेस्ट) की बसों में कंडक्टर की नौकरी करके अथर्व को क्रिकेटर बनाया।
Source: Sports