देवरियाः बैंकों में कागज की गड्डी थमाकर लूटते थे रुपये, गैंग के 4 लुटेरे गिरफ्तार

देवरिया
उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में पुलिस ने बैंकों में भोले-भाले ग्राहकों को ठगी का शिकार बनाने वाले अन्तरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश कर 4 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए ठग बैंक में जमा निकासी के लिए आए लोगों को टारगेट बनाकर उन्हें कागज की गड्डी थमा पैसा लूटकर फरार हो जाते थे। पुलिस के मुताबिक इस गैंग के सदस्यों के तार दिल्ली तक जुड़े हैं।

पुलिस ने बताया कि बिहार में जिस गांव के ये निवासी है वह पूरा गांव ही ठगी का काम करता है। आरोपियों पर यूपी, बिहार और दिल्ली में दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं।

ग्राहकों को कागज की गड्डी थमा रुपया लेते थे आरोपी
एसपी श्रीपति मिश्र ने बताया कि गैंग के सदस्यों ने 30 दिसम्बर को बरहज कस्बे के पटेल नगर निवासिनी सुमन देवी पत्नी चन्द्रभान को उस समय निशाना बनाया जब वह पंजाब नैशनल बैंक से 44 हजार रुपये निकाल घर जाने की तैयारी में थीं। गैंग के सदस्यों ने बैंक में ही उनकी रेकी कर ली और बाहर निकलते ही उनका रुपया लूट लिया और फरार हो गए। पूर्व में भी ऐसी कई घटनाएं बैंकों में हो चुकी थीं। ऐसे में पुलिस पूरी ताकत से इसके पर्दाफाश में जुटी थी।

शुक्रवार को पुलिस ने चार संदिग्धों को एक पैशन प्रो मोटरसाइकल और एक ऐक्सेन्ट कार संख्या बीआर 5 एई 9289 के साथ पकड़ा। संदिग्धों के पास से एक रुमाल में सादे कागज की रूपये जैसी गड्डी और कुछ रुपये बरामद हुए। पूछताछ के दौरान गैंग के सरगना राम सिंह ने बताया कि हम लोग बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई जनपदों में बैंकों के पास से सादे कागज की रुपये जैसी गड्डी लोगों को दिखाकर उन्हें झांसा देकर उनसे रुपये ले लेते हैं और बैंक से रुपये निकाल कर बाहर आ रहे व्यक्तियों से रुपये छीन कर भाग जाते हैं।

यूपी बिहार से लेकर दिल्ली तक फैला है गैंग का नेटवर्क
गैंग के सदस्य दिल्ली और चंडीगढ़ में भी इस तरह की ठगी को अंजाम दे चुके हैं और वहां से ट्रेनिंग लेकर के बिहार और यूपी में ठगी करते हैं। पकड़े गए बदमाशों की पहचान राम सिंह, अमरजीत महतो, दीनानाथ कुमार और कृष्ण कुमार महतो के रूप में हुई है।

पूरा गांव करता है ठगी का धंधा
पुलिस के मुताबिक आरोपी जिस चांदपार दौलता गांव के निवासी हैं उस गांव के सभी नौजवान ठगी का ही काम करते हैं। गांव के युवा चार से पांच की संख्या में गैंग बनाकर लग्जरी गाड़ियों से भोर में बाहर निकलते हैं और विभिन्न जिलों में बैंकों में ठगी कर देर रात तक घर वापस आ जाते हैं। वे सप्ताह में 5 दिन ठगी का काम करते हैं और 2 दिन आराम फरमाते हैं। पुलिस की मानें तो उस गांव के सभी नौजवानों के पास अपने लग्जरी वाहन है जिनसे यह इस कार्य को अंजाम देते हैं।

Source: International

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