अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए केंद्र सरकार ने ट्रस्ट और इसके 15 सदस्यों के नामों का ऐलान कर दिया है लेकिन जिस नाम की सबसे अधिक चर्चा थी, उसको ट्रस्ट से दूर रखने पर नया विवाद शुरू हो गया है। ट्रस्ट में शामिल न किए जाने से श्री राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास इतने ज्यादा नाराज हुए कि बीजेपी नेताओं तक को उन्हें मनाने आना पड़ा। हालांकि ट्रस्ट में नृत्य गोपाल दास को शामिल न किए जाने के पीछे वजह उनका बाबरी विध्वंस में आरोपी होना है।
बताया जा रहा है कि राम मंदिर निर्माण में अब कोई बखेड़ा ना खड़ा हो इसलिए केंद्र सरकार ने ट्रस्ट के सदस्यों को बड़ी सूझ-बूझ से चुना है। ट्रस्ट में साफ-सुथरी छवि का खास ध्यान रखा गया है और बाबरी विध्वंस के आरोपियों को इससे दूर रखा गया है जिससे विपक्ष के हाथ मुद्दा ना लगे और वे हंगामा न खड़ा कर सके। यही कारण रहा है कि नृत्य गोपाल दास ट्रस्ट में अपनी जगह नहीं बना सके। बता दें नृत्य गोपाल दास बाबरी विध्वंस के आरोपी हैं और लखनऊ के सीबीआई कोर्ट में उनके खिलाफ मुकदमा चल रहा है।
वीएचपी के अंतरराष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं आरोपी
राम मंदिर ट्रस्ट में शामिल होने पर अड़े श्री राम जन्म भूमि न्यास अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास और विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के अंतरराष्ट्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय 1992 में हुए बाबरी विध्वंस के आरोपी हैं। इनके साथ डॉ. रामविलास दास वेदांती ,साध्वी ऋतंभरा, लालकृष्ण आडवाणी, विनय कटियार, उमा भारती सहित एक दर्जन से अधिक लोगों के खिलाफ लखनऊ के सीबीआई कोर्ट में केस चल रहा है।
नृत्य गोपाल दास को मनाने पहुंचे बीजेपी के तीन नेता
बताया जा रहा है नृत्य गोपाल दास से बातचीत के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने भी इसी बात का हवाला दिया है। साथ ही महंत को केस खत्म होने के बाद ट्रस्ट में शामिल करने की बात कही गई है। नाराज नृत्य गोपाल दास को मनाने के लिए बीजेपी ने तीन नेता उनके पास भेजे। बीजेपी ने अयोध्या से विधायक वेद प्रकाश गुप्ता, महापौर ऋषिकेश उपाध्याय और अयोध्या महानगर अध्यक्ष अभिषेक मिश्रा को मणि रामदास मंदिर भेजा। हालांकि संतों ने नेताओं को प्रवेश ही नहीं दिया जिसके बाद उन्हें बैरंग लौटना पड़ा।
महंत को मिला अमित शाह से आश्वासन
इसके बाद महंत ने तीन बजे संतों की आपात बैठक बुलाई और कहा कि पांच बजे संवाददाता सम्मेलन किया जाएगा। महंत कमल नयन नाथ ने बताया कि बाद में मंदिर प्रशासन ने बैठक में बताया कि संवाददाता सम्मेलन रद्द कर दिया गया है क्योंकि उन्हें गृह मंत्रालय से एक फोन आया है। गुप्ता ने बताया कि उन्होंने महंत और गृह मंत्री अमित शाह के बीच फोन पर बात करने की व्यवस्था की। उन्होंने दावा किया कि ट्रस्ट में तीन पद अभी खाली हैं और महंत को उसमें शामिल किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि वे संत को शांत कर पाए हैं। इससे पहले महंत ने कहा था कि जिन्होंने मंदिर अभियान के लिए जीवन अर्पित कर दिया, उनकी उपेक्षा हुई है।
Source: International