शहर के चमनगंज के मोहम्मद अली पार्क में एक महीने से जारी धरने को खत्म करने की कोशिशों के बीच प्रदर्शनकारी सोमवार को उग्र हो गए हैं। रविवार आधी रात के बाद सख्ती कर पुलिस ने पार्क खाली कराया था। सुबह तक चले हंगामे के बाद हजारों की तादाद में महिलाएं और बच्चे रोड पर आ गए। दोपहर बाद हलीम कॉलेज चौराहे से घड़ीवाली मस्जिद तक करीब एक किमी लंबा एरिया प्रदर्शनकारियों के कब्जे में था। शाम तक भीड़ कई गुना बढ़ गई।
सीएए के खिलाफ मोहम्मद अली पार्क में 7 जनवरी से धरना चल रहा था। कई दिनों की कोशिशों के बाद शनिवार शाम पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने ऐलान किया था कि धरना खत्म हो गया है, लेकिन कुछ घंटों बाद ही एक गुट से जुड़ी महिलाएं दोबारा पार्क में धरना देने पहुंच गईं। दोबारा तनातनी के बीच पुलिस ने दिसंबर में हुए उपद्रव के तीन आरोपितों को रविवार को जेल भेज दिया था।
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अधिकारी रात 2 बजे पहुंचे मोहम्मद अली पार्क
रविवार/सोमवार रात करीब 2 बजे पुलिस और अर्धसैनिक बलों के साथ अधिकारी मोहम्मद अली पार्क पहुंचे। काफी देर तक समझाने के बाद महिलाएं हटने को राजी नहीं हुईं तो पुलिस ने बल प्रयोग कर महिलाओं को वहां से हटा दिया। इस दौरान क्षेत्र में भगदड़ जैसे हालात रहे। पार्क में मौजूद सामान भी पुलिस ने जब्त कर लिया।
पुलिस पर लगाया अभद्रता का आरोप
रोड पर आईं महिलाओं को अधिकारियों ने समझाना जारी रखा, लेकिन वे लौटने को तैयार नहीं थीं। उनका आरोप था कि पुलिसकर्मियों ने उनसे अभद्रता की है। इस बीच कुछ जिम्मेदार लोगों को वहां बुलाया गया, लेकिन गाली-गलौज कर उन्हें भीड़ ने भगा दिया। सुबह करीब 6 बजे पार्क के बाहर बची 20-25 महिलाएं ही रोड पर बची थीं, लेकिन पुलिस इन्हें हटाने की हिम्मत नहीं कर सकी।
सड़क पर बैठ गए बच्चे और महिलाएं
सुबह 10 बजे तक भीड़ का दबाव बढ़ गया था और मजबूरन पुलिस-प्रशासन ने महिलाओं को पार्क में फिर धरने की मौखिक अनुमति दे दी। दुकानें भी बंद होने लगी थीं। पुलिस पूरी तरह लौट गई और देखते ही देखते हजारों महिलाएं-बच्चे फिर सड़क पर बैठ गए। उत्तेजक नारेबाजी के बीच दोपहर 2 बजे हलीम कॉलेज चौराहे पर पुरुषों की भीड़ ने जाम लगा दिया। उनका आरोप था कि पुलिस ने कई महिलाओं और पुरुषों को गिरफ्तार कर लिया है। इनके बारे में कोई जानकारी नहीं दी जा रही है। दोपहर बाद करीब हलीम चौराहे से घड़ीवाली मस्जिद तक करीब एक किमी इलाके में प्रदर्शनकारी रोड पर थे। शाम को भीड़ कई गुना बढ़ गई थी। रोड के दोनों तरफ लोगों ने रस्से बांध रास्ते रोक दिए थे, ताकि महिलाओं को कोई दिक्कत नहीं हो।
आपसी राजनीति के शिकार
डीआईजी/एसएसपी अनंत देव के मुताबिक, दोनों शहर काजियों और एक अन्य शख्स की मौजूदगी में बातचीत तय हुई और धरना खत्म करने का ऐलान किया। दूसरे गुट ने सोशल मीडिया के जरिए दोबारा धरने की घोषणा कर दी। भीड़ का कोई नेतृत्व नहीं कर रहा है। आपसी राजनीति के चलते दोबारा समय मांगा गया है। जिस मुद्दे पर धरना था, उसका तो ज्ञापन दिया जा चुका है। उकसाने वालों को नोटिस दिया गया है।
Source: International