वह बच्चों को मार मेट्रो से कटा, क्या थी मजबूरी?

नई
राजधानी दिल्ली के दिलशाद गार्डन इलाके में एक 44 वर्षीय ने अपने बेटे-बेटी को मारने के बाद खुद भी मेट्रो ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी थी। अब जानकारी मिली है कि मधुर मलानी भीषण आर्थिक तंगी झेल रहे थे और इसीके चलते वे डिप्रेशन में चले गए थे। संयोग से उनकी पत्नी घर पर नहीं थी, इसलिए बच गईं। जब वह घर पर लौटी तो पता चला कि उसकी पूरी दुनिया ही उजड़ चुकी है।

शुरुआती जांच में पता चला है कि उनकी इतनी खराब हो चुकी थी कि वह परिवार के खर्चे भी नहीं उठा पा रहे थे। उनके सामने बच्चों की रोजी-रोटी का सवाल खड़ा हो गया था। इसके अलावा यह भी पता चला है कि मधुर को सोमवार को अपनी बेटी की फीस जमा करनी थी लेकिन उनके पास पैसे नहीं था। शायद यही वजह थी कि उन्होंने बच्चों की हत्या कर करने जैसा दिल दहला देने वाला कदम उठा लिया।

रिश्तेदार कर रहे थे मदद
जानकारी के मुताबिक, मधुर को घाटा होने के चलते अपनी फैक्ट्री बंद करनी पड़ी थी। उन्होंने कुछ सालों पहले यह फैक्ट्री अपने एक रिश्तेदार के साथ मिलकर खोली थी। फैक्ट्री बंद हुई और मधुर कर्जे में डूब गए। तंगी के चलते उनके रिश्तेदार उनकी मदद कर रहे थे। उनकी पत्नी के मायके से भी आर्थिक मदद दी जा रही थी। यानी दोस्तों और रिश्तेदारों द्वारा दिए जा रहे पैसों से किसी तरह परिवार चल रहा था। लेकिन इस घटना के बाद सब बेहद सदमे में है।

Source: National

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