राजस्थान के कई जिलों में आतंक मचाने के बाद टिड्डियों का कहर कई अन्य राज्यों में भी फैल सकता है। मेरठ के जिला कृषि रक्षा अधिकारी प्रमोद सिरोही ने बताया कि राजस्थान, पंजाब और हरियाणा के बाद अब उत्तर प्रदेश में भी टिड्डियों से फसलों को हानि पहुंचने की आशंक है। की ओर से मेरठ के किसानों को चौकन्ना रहने को कहा गया है। प्रधानों, पंचायत सचिवों और किसानों से अपील की गई है कि होते ही प्रशासन को जानकारी दें।
जिला कृषि रक्षा अधिकारी मेरठ प्रमोद सिरोही ने बताया कि विशेषज्ञों के अनुसार, अपने वजन से अधिक भोजन प्रतिदिन खाती है। हरी पत्तियां, उस पर लगे फूल, फसल के बीज आदि टिड्डियों के पसंदीदा हैं। ये झुंड में उड़ती हैं और जिस फसल पर बैठ जाएं, उसे चट कर जाती हैं। उन्होंने बताया कि टिड्डियों के प्रकोप से बचाने को गांव के लोग एकजुट होकर ढोल, नगाड़े, टीन के डिब्बे और थालियों को जोर से बजाएं ताकि शोर होने पर वे भाग जाएं।
टिड्डी दलों पर नियंत्रण पाने को पंजाब की तरह फायर ब्रिग्रेड की मदद भी लेने पर विचार किया जा रहा है। एक साथ अपने खेतों में क्लोरोपाइरीफास 20 प्रतिशत या मैलाथियान 96 प्रतिशत कीटनाशक का छिड़काव करने से टिड्डियों से बचा सकता हैं। उन्होने बताया कि मेरठ की तहसील, सरधना, मवाना, मेरठ सदर के किसानों को चैकन्ना रहने की सलाह दी जा रही है।
Source: International