आईसीसी ने एक बयान में कहा, ‘पांच क्रिकेटरों को खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ के लिए आईसीसी की आचार संहिता के लेवल-3 के उल्लंघन का दोषी पाया गया। उन पर धारा 2.21 के और बिश्नोई पर 2.5 के भी उल्लंघन का आरोप लगाया गया है। सभी ने सजा स्वीकार कर ली है।’
पढ़ें,
बांग्लादेश के कुछ खिलाड़ी जीत के बाद भावनाओं में बह गए थे। हालांकि उनके कप्तान अकबर अली ने इसके लिए माफी मांगी लेकिन भारतीय कप्तान प्रियम गर्ग का कहना था कि ऐसा नहीं होना चाहिए था। बांग्लादेश के खिलाड़ियों की भाव भंगिमा काफी आक्रामक थी।
आईसीसी ने कहा, ‘भारत के आकाश ने सजा स्वीकार कर ली है और उस पर आठ निलंबन अंक लगाए गए जो 6 डिमेरिट अंकों के बराबर हैं। यह दो साल तक उनके रेकॉर्ड में रहेंगे।’ बिश्नोई पर पांच निलंबन अंक यानी पांच डिमेरिट अंक लगाए गए हैं। आईसीसी ने कहा, ‘बिश्नोई ने धारा 2.5 के लेवल-1 के उल्लंघन का आरोप स्वीकार कर लिया है जो इस मैच के दौरान एक अन्य घटना का था। उन्होंने 23वें ओवर में अभिषेक दास के आउट होने के बाद आक्रामक तेवर दिखाए जो सामने वाले को उकसा सकते थे। इसके लिए दो डिमेरिट अंक भरने पड़ेंगे यानी कुल सात डिमेरिट अंक उनके रेकॉर्ड में दो साल तक रहेंगे।’
बांग्लादेश के तौहीद पर 10 निलंबन अंक यानी छह डिमेरिट अंक लगाए गए। वहीं शमीम पर आठ निलंबन अंक (छह डिमेरिट अंक) और हसन पर चार निलंबन अंक (पांच डिमेरिट अंक) लगाए गए। सभी आरोप मैदानी अंपायरों सैम एन और एड्रियन होल्डस्टोक , तीसरे अंपायर रविंद्र विमलासिरि और चौथे अंपायर पैट्रिक बोंगनी जेले ने लगाए। निलंबन अंक आगामी अंतरराष्ट्रीय मैचों पर लागू होंगे। एक निलंबन अंक के मायने हैं कि खिलाड़ी एक वनडे या टी20, अंडर 19 या ए टीम अंतरराष्ट्रीय मैच से बाहर रहेगा।
Source: Sports