बिहार की राजधानी पटना में पिछले साल भारी बारिश ने जमकर तबाही मचाई थी और आम लोगों को घर में ही ‘कैद’ होना पड़ा था। इससे प्रदेश सरकार की भी काफी किरकिरी हुई थी। पटना सहित राज्य के कई इलाकों में बाढ़-बारिश से 40 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। अब राजधानी पटना में जलजमाव मामले में प्रदेश के 27 अधिकारियों पर शिकंजा कसा गया है। इनमें आईएएस अधिकारी अमरेंद्र प्रताप सिंह भी शामिल हैं। वहीं, पटना नगर निगम के तत्कालीन कमिश्नर अनुपम कुमार सुमन के खिलाफ की भी अनुशंसा किए जाने की योजना है।
सोमवार को नगर विकास विभाग के अधिकारी ने बताया कि पटना में भारी जलजमाव के बाद गठित कमिटी की रिपोर्ट के बाद यह कार्रवाई की गई है। इस रिपोर्ट पर सीएम नीतीश कुमार ने भी अनुमोदन किया है। बताया गया कि मामले में आरोपी अधिकारियों ने अपने कर्तव्यों के पालन में घोर लापरवाही बरती, जिससे शहर के डूबने की नौबत आई। जलजमाव के लिए जिम्मेदार 14 इंजिनियरों को भी निलंबित कर दिया गया है। अब उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
7 इंजिनियरों को कार्यमुक्त करने का फैसलावहीं, इसके अलावा संविदा पर तैनात 7 इंजिनियरों को कार्यमुक्त करने का फैसला किया गया है। बताया गया कि कर्तव्यों के प्रति लापरवाही के मामले में उनसे सवाल-जवाब किया गया है और आरोपी इंजिनियरों के जवाब देते ही उन्हें कार्यमुक्त कर दिया जाएगा।
जलभराव से मच गया था त्राहिमामबता दें कि पिछले साल भारी बारिश और बाढ़ से पटना सहित अन्य इलाकों में जलभराव के चलते त्राहिमाम मच गया था। इस आपदा में राज्य में 40 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। पटना में रातभर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर लोगों को सुरक्षित जगह पहुंचाया गया था। अभी भी कई-कई दिनों तक लोग भूखे-प्यासे घरों में कैद रहे। इस दौरान कमर तक भरे पानी में उतरने में काफी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ा था। पटना में जनजीवन सामान्य होने में काफी वक्त लगा।
Source: National