अब बरेली के झुमके की रुनझुन की तर्ज पर गूंजेगी पीलीभीत की बांसुरी की धुन, बांसुरी कला को बढ़ावा मिलेगा

पीलीभीत
देश विदेश में पीलीभीत जिले को बांसुरी उत्पादन के लिए जाना जाता है लेकिन पिछले कुछ समय से पीलीभीत में बांसुरी की चमक व धुन फीकी सी पड़ गई थी। योगी सरकार ने वन डिस्ट्रिक्‍ट वन प्रोडक्ट के तहत प्रदेश में हर जगह की पहचान बनी चीजों का उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रयास किए। जिसके तहत पीलीभीत जिले से बांसुरी को (वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट्स) में चुना गया।

बांसुरी निर्माण के बारे में जिले की विशेषता को जन-जन तक पहुंचाने के लिए पीलीभीत के डीएम वैभव श्रीवास्‍तव ने एक अनोखी पहल की है। उन्‍होंने शहर की दीवारों पर बांसुरी के चित्र उकेरकर लोगों को पीलीभीत की धरोहर से परिचय कराने का बीड़ा उठाया है। जिसमें बरेली जोन के कमिश्‍नर रणवीर प्रसाद ने बुधवार को पीलीभीत आकर जिला कलेक्ट्रेट भवन के बाहर चित्रकारी कर ‘पेंट माय सिटी’ कार्यक्रम का उद्घाटन किया।

पढ़ें:

बांसुरी नगरी से पहचाना जायेगा पीलीभीत
बरेली का झुमका ढूंढने वाले बरेली मंडल के कमिश्‍नर रणवीर प्रसाद ने पीलीभीत की बांसुरी की चमक को तेज करने के लिए पीलीभीत का नाम बांसुरी नगरी से जोड़ने की बात कही। साथ ही जिले में बांसुरी चौक बनवाने की भी बात कही। कमिश्‍नर रणवीर प्रसाद ने यह भी कहा कि बांसुरी बनाने के लिए बांस को भी अब पीलीभीत में ही उगाया जाएगा।

‘पेंट माय सिटी’ का जनमानस ने उठाया बीड़ा
पीलीभीत की पहचान बनी चीजों को दीवारों पर चित्रकारी के द्वारा उकेर कर लोगों को सीधे जोड़ने का बीड़ा शहर के जनमानस ने उठाया है, जिसे ‘पेंट माय सिटी’ का नाम दिया गया है। इन दीवारों की रंगाई पुताई व चित्रकारी का खर्चा अधिकारी व प्रतिष्ठित लोगों ने स्वेच्छा से उठाकर इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए कदम आगे बढ़ाए हैं। लोगों ने स्वेच्छा से एक या एक से अधिक दीवारों पर होने वाले खर्च की भरपाई देकर अपना शहर के प्रति योगदान देने की इच्छा जाहिर की है। यह लोगों का अपने शहर के प्रति प्यार है जो एक रूपरेखा के चलते शहर की पहचान बनने जा रहा है।

Source: International

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *