साल 2019 की 14 फरवरी को हुए पुलवामा हमले में उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले के जांबाज अवधेश यादव भी शहीद हुए थे। चंदौली के बहादुरपुर के लाल अवधेश यादव की बरसी पर प्रशासनिक अमले से एसडीएम और तहसीलदार भी पहुंचे। वहीं, जनप्रतिनिधियों में से ना तो जिले के सांसद पहुंचे और ना ही कोई विधायक दिखाई दिया। इस मौके पर के पिता ने बताया कि प्रशासन ने एक साल बाद भी अपने वादे नहीं निभाए हैं।
जनप्रतिनिध भले ही पुलवामा के शहीद को भूल गए लेकिन जिले में विभिन्न संस्थानों ने रैलियां निकालकर अवेधश यादव को श्रद्धांजलि अर्पित की। पुलवामा में के जवान रहे अवधेश यादव के शहीद होने के बाद उनके पिता हरिकेश यादव से शासन-प्रशासन ने ढेरों वादे किए थे लेकिन वादे आज तक पूरे नहीं किए गए।
वादे पूरे ना होने पर मायूस दिखे शहीद के पिता
सरकार द्वारा किए गए वादे पूरे ना होने से अवधेश के पिता घर पर शहीद बेटे के फोटो के साथ गमगीन बैठे दिखे। गौरतलब है कि बहादुरपुर के वीर सपूत की शहादत पर उमड़े जन सैलाब के बीच प्रशासन ने यह वादा किया था कि शहीद अवधेश यादव के नाम पर गांव का मुख्य द्वार बनाया जाएगा। उनके गांव को जाने वाली सड़क भी अवधेश यादव के नाम से जानी पहचानी जाएगी।
प्रशासन ने यह भी वादा किया था कि स्थानीय खिलाड़ियों को अपने अंदर की प्रतिभा में निखार लाने के लिए मिनी स्टेडियम बनाने का वादा किया गया था, जोकि शहीद अवधेश यादव के नाम पर बनाया जाना था। कोई भी वादा आज तक नहीं पूरा हुआ। शहीद अवधेश यादव के पिता हरिकेश यादव ने कहा कि आज प्रशासनिक अमला यहां आया और अपने किए गए वादे को पूरा करने का आश्वासन देकर चला गया।
Source: International