पिछले साल अक्टूबर में मृत समझकर दफनाई गई बच्ची नई जिंदगी मिलने के बाद एक बार फिर खतरे में है। उसे रामपुर गार्डन के एक अस्पताल में सांस लेने में तकलीफ के बाद भर्ती कराया गया है। बता दें कि यहां खुदाई में एक बच्ची मटके के अंदर मिली थी जिसकी सांसें 48 घंटे बाद भी चल रही थीं। उसे एक महीने के इलाज के बाद शेल्टर होम शिफ्ट किया गया था लेकिन अब चार महीने की हो चुकी बच्ची फिर से भर्ती कराना पड़ा है।
बताया गया है कि उसे निमोनिया हुआ है। हालांकि, उसका स्वाइन फ्लू टेस्ट निगेटिव आया है। बच्ची का इलाज करने वाले डॉ. रवि खन्ना ने कहा है, ‘बच्ची गंभीर हालत में है और उसे एयरवेव प्रेशर के लिए सीटीएपी मशीन पर रखा गया है। उसे चार-पांच दिन के लिए निगरानी में रखा जाएगा।’
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बेहतर इलाज की कोशिश
बच्ची की मदद कर रहे विधायक राजेश मिश्रा ने बताया है, ‘वह मेरी बेटी है और मैं उसके लिए सबसे अच्छे इलाज और रिकवरी के लिए कोशिश कर रहा हूं।’ वहीं, जिस शेल्टर होम में बच्ची को रखा गया था, वहां से इस बारे में संपर्क नहीं हो सका है।
10 अक्टूबर को एक परिवार अपनी बच्ची को दफनाने पहुंचा था लेकिन जमीन के नीचे मटके में बच्ची मिली। उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था और बाद में प्राइवेट अस्पताल में इलाज चला था। उस वक्त उसकी हालत गंभीर थी और कई हफ्ते चले इलाज के बाद वह खतरे से बाहर थी।
Source: International