तोमर ने कहा, ‘उन्हें (चीन के पहलवानों को) वीजा नहीं मिला है और अब एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में भाग लेने का उनके पास कोई मौका नहीं है।’ भारत ने के खतरे को देखते हुए पिछले महीने 15 जनवरी को ही चीन के पहलवानों को वीजा जारी करना रोक दिया था। इसके बाद अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति (आईओसी) और यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग ने पांच फरवरी को वीजा की उम्मीद जताई थी।
उसने कहा था कि उन्हें उम्मीद है कि एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में भाग लेने के लिए चीनी और पाकिस्तानी पहलवानों को वीजा जारी कर दिया जाएगा। डब्ल्यूएफआई के सामूहिक प्रयास के बाद छह पाकिस्तानी पहलवानों को चैंपियनशिप के लिए शनिवार को ही वीजा मुहैया कराया गया था, जबकि चीनी पहलवानों को सोमवार तक का इंतजार करने को कहा गया था।
तोमर ने कहा, ‘स्वास्थ्य महत्वपूर्ण है और यह वायरस बेहद खतरनाक है। इससे कई लोगों को खतरा है, क्योंकि यह अंतरराष्ट्रीय मामला है।’ कोरोना वायरस के कारण चीन में कई सारे खेल टूर्नामेंट स्थगित या फिर स्थानांतरित किए जा चुके हैं। कोरोना वायरस के कारण चीन में अब तक करीब 1600 लोगों की मौत हो चुकी है।
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