प्रियंका की राज्यसभा में एंट्री क्यों चाहते वफादार?

नई दिल्ली/लखनऊकांग्रेस में ‘परिवार के वफादार’ पार्टी की महासचिव वाड्रा को में लाना चाहते हैं। इससे एक ‘बड़ा फायदा’ यह होगा कि संसद में आने से प्रियंका के घर को लेकर आशंका समाप्त हो सकती है। हाल ही में एसपीजी सुरक्षा हटने और सिक्यॉरिटी के मापदंड के तहत आधिकारिक निवास के नियम कड़े होने से प्रियंका के परिवार का आधिकारिक निवास वापस लिए जाने की संभावना है।

हमारे सहयोगी इकनॉमिक टाइम्स ने नवंबर में रिपोर्ट दी थी कि गांधी परिवार की एसपीजी सुरक्षा हटाने के बाद केंद्र सरकार प्रियंका गांधी को मिले आधिकारिक निवास पर दोबारा विचार कर सकती है। प्रियंका अपनी मां सोनिया गांधी और भाई राहुल गांधी की तरह संसद सदस्य नहीं हैं। प्रियंका को लोधी एस्टेट में 1997 से बंगला मिला है।

सरकारी निवास के आवंटन के नियमों में भी बदलाव
सरकार ने 2015 में सरकारी निवास के आवंटन के नियमों में भी बदलाव किया था और केवल एसपीजी सुरक्षा वाले व्यक्तियों को ही सरकारी निवास के लिए पात्र बनाया गया था। 2015 से पहले जेड प्लस सिक्यॉरिटी वाले व्यक्ति भी सरकारी निवास के पात्र थे। गांधी परिवार के पास अब जेड प्लस सिक्यॉरिटी है।

प्रियंका के आधिकारिक निवास को लेकर इस आशंका के कारण कांग्रेस का नेतृत्व उन्हें संसद में लाना चाहता है।

‘अंतिम फैसला प्रियंका गांधी करेंगी’
इस बारे में कांग्रेस के एक नेता ने बताया, ‘प्रियंका गांधी को राज्यसभा में लाने की योजना बनाई जा रही है। यह पार्टी को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम होगा। लेकिन इस बारे में अंतिम फैसला प्रियंका जी और गांधी परिवार को करना है।’

राज्यसभा के लिए विभिन्न राज्यों से आगामी चुनाव में कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों की सूची तैयार करनी शुरू कर दी है। कांग्रेस के प्रवक्ता ने प्रियंका के राज्यसभा में जाने की संभावना से सोमवार को इनकार नहीं किया। उनका कहना था, ‘हम अटकलों पर टिप्पणी नहीं करते।’ राज्यों से कांग्रेस के कई नेता प्रियंका को उम्मीदवार बनाए जाने के लिए जोर दे रहे हैं। प्रवक्ता ने कहा, ‘एक पार्टी के तौर पर हम इस पर टिप्पणी नहीं करते रह सकते कि अन्य लोग क्या महसूस कर रहे या कह रहे हैं।’

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…तो खुश होंगे कांग्रेस के वफादार!
कांग्रेस के कुछ नेता यह भी याद कर रहे हैं कि पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के निधन के बाद कैसे इंदिरा गांधी ने राज्यसभा के जरिए संसद में प्रवेश किया था। लेकिन अगर प्रियंका राज्यसभा में जाने की राह चुनती हैं तो यह गांधी परिवार के वफादारों के लिए खुशी का एक कारण होगा। कांग्रेस इस बार अपने उम्मीदवारों को मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, झारखंड, महाराष्ट्र और कर्नाटक से राज्यसभा भेज सकती है। इन राज्यों में कांग्रेस की या उसके गठबंधन वाली सरकार है।

हालांकि, प्रियंका के इन राज्यों से राज्यसभा में जाने पर परिवार की राजनीति की निंदा करने वाले लोग सवाल उठा सकते हैं। वे इस पर तंज कस सकते हैं कि प्रियंका संसद में अपना प्रवेश सुनिश्चित करने के लिए उत्तर प्रदेश से दूर जा रही है।

Source: National

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