गोरखपुर
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में 11 साल पहले 31 नेपालियों का दिखाकर पासपोर्ट बनवाने के साजिशकर्ता राजेश कुमार पासवान को गुरुवार को कैंट पुलिस ने दबोच लिया। केस दर्ज होने के बाद वह 11 साल से नेपाल में छिपा हुआ था। जिन लोगों के पासपोर्ट बनवाए गए थे, वे सभी इस वक्त विदेशों में नौकरी कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में 11 साल पहले 31 नेपालियों का दिखाकर पासपोर्ट बनवाने के साजिशकर्ता राजेश कुमार पासवान को गुरुवार को कैंट पुलिस ने दबोच लिया। केस दर्ज होने के बाद वह 11 साल से नेपाल में छिपा हुआ था। जिन लोगों के पासपोर्ट बनवाए गए थे, वे सभी इस वक्त विदेशों में नौकरी कर रहे हैं।
यह बात 2005 से 2009 के बीच की है। नेपाली नागरिकों के पासपोर्ट कूड़ाघाट और शाहपुर इलाके में मकान दिखाकर बनवा दिए गए थे। वर्ष 2009 में भारतीय नेपाल मैत्री समाज के अध्यक्ष मोहन लाल गुप्ता ने मामला उजागर किया था।
जांच में कूड़ाघाट के फर्जी पते पर 26 और शाहपुर से पांच नेपालियों के पासपोर्ट बनने की पुष्टि हुई। इस मामले का मुख्य आरोपी राजेश पासवान था, जो कि नेपाल में छिपा था। वह किसी काम से कूड़ाघाट आया था, जब मुखबिर की सूचना पर उसे दबोच लिया गया।
Source: International