मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में अतिथि शिक्षकों को नियमित किए जाने की मांग को लेकर शिक्षक धरने पर बैठे हैं। इस दौरान बुधवार को एक महिला शिक्षक ने अपनी मांगों के समर्थन में अपने बाल मुंडवा लिए। प्रदर्शनकारी संगठन के एक अधिकारी ने बताया कि यह दुखदायी है कि महिला शिक्षक को अपनी मांगे मनवाने के लिए अपना मुंडन कराना पड़ा। उन्होंने कहा कि हम महिला शिक्षक के बाल कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष को भेजेंगे ताकि उन्हें अपने किए वादे की याद आए।
मुंडन कराने वाली महिला का नाम शाहीन खान बताया गया। खान ने कहा कि कांग्रेस नेताओं ने चुनाव से पहले वादा किया था कि वे सत्ता में आएंगे तो अतिथि शिक्षकों की मांगों को पूरा करेंगे। साल भर इंतजार करने के बाद भी जब सरकार ने उनकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया तब उन्होंने आंदोलन का फैसला किया। उन्होंने बताया कि इसके बाद से ही उन्हें फालेन आउट के नोटिस मिलने लगे। शिक्षिका ने कहा कि अब लिखित ऑर्डर मिलने तक हम यहां से नहीं उठेंगे।
72 दिन से धरने पर हैं शिक्षक
बता दें कि शिक्षिका पिछले 72 दिनों से यहां शाहजहांनी पार्क में अन्य अतिथि शिक्षकों के साथ नियमित किए जाने की मांग को लेकर धरने पर बैठी हैं। अपना सिर मुंडवाने से पहले शाहीन ने कहा कि 72 दिनों के धरने के बाद भी राज्य सरकार ने हमारी मांगें नहीं मानी हैं और न ही हमसे बात की है। उन्होंने बताया कि कुछ खराब वित्तीय हालत के चलते आत्महत्या कर चुके हैं। प्रदर्शनकारियों ने बताया कि शिक्षिका ने जो बाल मुंडवाए हैं, उन्हें वे राहुल गांधी को भेजेंगे ताकि उन्हें पता चले कि उनके दिए वचन का यहां पालन नहीं हो रहा है।
शिवराज ने दागे सवाल
महिला शिक्षक द्वारा मुंडन कराए जाने की घटना को लेकर पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश की कमलनाथ सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि आज भी केश नारी के सम्मान के प्रतीक हैं।अतिथि विद्वान बहनों ने आपकी सोती हुई सरकार को नींद से जगाने के लिए अपने केश त्यागे। क्या आज आपको उनकी पीड़ा का अंदाज़ा है? उन्होंने सवाल उठाया कि क्या वे (कमलनाथ) अतिथि विद्वानों की भलाई के लिए कोई कदम उठाएंगे?
Source: Madhyapradesh