112 साल पुरानी डायना बेंच पर बैठकर ताजमहल का दीदार करेंगे ट्रंप-मेलानिया

अनिल शर्मा, आगरा
भारत दौरे पर 24 फरवरी को आ रहे अमेरिकी राष्ट्रपति और उनकी पत्नी मेलानिया ताजमहल में डायना बेंच पर फोटो सेशन करेंगे। यह वही मशहूर बेंच है जिसे 112 साल पहले ब्रिटिश शासन के दौरान लॉर्ड कर्जन ने ताजमहल के सेंट्रल टैंक पर लकड़ी की बेंच हटवा कर मुगलिया शैली में संगमरमर से तामीर कर लगवाई थी लेकिन जब ब्रिटेन की प्रिंसेस डायना ने 1992 में ताजमहल के सेंट्रल टैंक पर बनी इस बेंच पर बैठकर फोटो खिंचवाई तो यह बेंच डायना सीट के नाम से चर्चित हो गई।

डायना की इस बहुचर्चित ताजमहल यात्रा के बाद अब यह स्थापित परंपरा हो गई है कि यहां आने वाला हर राष्ट्राध्यक्ष, वीवीआईपी, सिलेब्रिटीज उसी अंदाज में ताज के दीदार के दौरान इसी डायना बैंच पर फटॉग्रफी कराते रहे हैं। इस संगमरमरी बेंच की ऐतिहासिकता भी खासी दिलचस्प है। दरअसल, तत्कालीन वाइसरॉय लॉर्ड कर्जन ने 1907-8 में जब पहली बार ताजमहल का दौरा किया था तो यहां चार जगह पर लकड़ी की बेंच पड़ी हुई थी।

लॉर्ड कर्जन को लगा कि ताजमहल की संगमरमरी सिमिट्री से यह लकड़ी की बेंच मैच नहीं कर रही थी तो उन्होंने इसकी जगह संगमरमर की बेंच लगाने का आदेश जारी कर दिया। इन चार संगमरमरी बेंचों में, वह बेंच जो सेंट्रल वॉटर टैंक पर लगाई गई, वही बाद में डायना बेंच के नाम से मशहूर हो गई।

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इसी डायना बेंच के सामने जो सेन्ट्रल टैंक है, एएसआई ने इसके पानी को निकालकर टैंक की सफाई का काम शुरू किया है। यहां नीले रंग का पेंट किया गया है। टैंक से रॉयल गेट और मुख्य गुंबद के बीच में मौजूद वॉटर चैनल की सफाई कर यहां भी नीला पेंट किया गया है। इसी वाटर चैनल में फव्वारों की सफाई और मरम्मत का काम जारी है। नई मोटरें लगाकर फव्वारे चलाए जाएंगे, वहीं साइप्रस के पौधों की छंटाई का काम भी किया गया है। चमेली फर्श से गुंबद पर जाने वाले रास्ते पर टूटे पत्थरों को बदला जा रहा है।

ताजमहल के रॉयल गेट से अंदर आते ही ताजमहल का पूरा नजारा दिखता है। रेड सैंड स्टोन प्लैटफॉर्म से नीचे उतरने पर वॉटर चैनल से सटे पाथवे के जरिए ट्रंप ताज के मुख्य गुंबद तक पहुंचेंगे लेकिन प्लैटफॉर्म पर लगी रेलिंग को हटाकर उसकी जगह फूलों के गमले रखे जाएंगे, जिनमें रंगीन फूल अमेरिकी राष्ट्रपति को आकर्षित करेंगे। इसी तरह मुख्य गुंबद और चमेली फर्श पर लगी स्टील की रेलिंग को भी ट्रंप की यात्रा के दौरान हटाया जा रहा है। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की ताजमहल यात्रा के दौरान भी इसी तरह की व्यवस्था की गई थी।

ताजमहल में मेहमान खाने के दो पिनेकल कमजोर पड़ने और बंदरों के झूलने के कारण गिर गए थे। ट्रंप की यात्रा से पहले दोनों पिनेकल मेहमान खाने के गुंबदों पर लगा दिए गए हैं। मेहमान खाने की ओर ही नौबतखाने पर लगी लोहे के पाइपों की पाड़ को भी सुरक्षा कारणों से हटवाया जा रहा है। शुक्रवार को ताज म्यूजियम के ठीक सामने वाले नौबतखाने से पाड़ हटवा दी गई।

Source: International

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