दुनिया का सातवां अजूबा कहे जाने वाले ताजमहल के दीदार के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप अपने परिवार के साथ 24 फरवरी को आगरा आ रहे हैं। सूबे की योगी आदित्यनाथ सरकार ताजमहल को सजाने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है। इसे यूपी में सत्ता बदलाव का असर कहें या प्रशासनिक लापरवाही, विश्वभर में मोहब्बत का प्रतीक ताजमहल का ट्विटर अकाउंट पिछले दो साल से ‘खामोश’ पड़ा है और उसकी कोई सुध लेने वाला नहीं है।
उत्तर प्रदेश की अखिलेश यादव सरकार की ओर से दुनिया भर से आने वाले सैलानियों से सीधे संवाद के लिए अगस्त, 2015 में ताजमहल के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट की शुरुआत की गई थी। यूपी टूरिज्म के मुताबिक उस समय ताजमहल दुनिया का पहला ऐसा ऐतिहासिक स्मारक था जिसका अपना खुद का ट्विटर हैंडल बना था। यूपी टूरिज्म ने कहा था कि इस ट्विटर हैंडल से ताज को और लोकप्रिय बनाने में मदद मिलेगी। बाद में ताजमहल को देख दुनिया के अन्य अजूबों के भी ट्विटर अकाउंट बनाए गए।
उपेक्षा का शिकार हुआ ताजमहल का ट्विटर हैंडल
ट्विटर अकाउंट बनने के बाद ताजमहल की ओर से बेहद रोचक ट्वीट भी आया था, जिसमें लिखा था, दुनिया में 2 तरह के लोग होते हैं। एक वे जो मेरे पास आए हैं और यहां मुझे फॉलो कर रहे हैं। दूसरे वे जिन्होंने मुझे देखा नहीं है, लेकिन यहां मुझे फॉलो कर रहे हैं। हालांकि यूपी में सरकार बदलने के बाद ताजमहल का यह ट्विटर अकाउंट उपेक्षा का शिकार हो गया। आलम यह है कि फ्रांस का एफिल टॉवर हो या अमेरिका का स्टैचू ऑफ लिबर्टी, सभी अकाउंट लगातार ऐक्टिव रहते हैं और तस्वीरें तथा ट्वीट पोस्ट करते रहते हैं। इन सबके बीच ताजमहल पिछले दो साल से खामोश पड़ा है।
सूबे में नई सरकार के गठन के बाद इस हैंडल से कोई ट्वीट या रिट्वीट नहीं किया गया था। 17 जनवरी वर्ष 2018 को
नवभारतटाइम्स.कॉम की खबर पढ़ने के बाद सामाजिक कार्यकर्ता अनुपम पांडेय ने जन सुनवाई पोर्टल पर इसकी शिकायत की। करीब 6 महीने की खामोशी के बाद दुनिया में प्रेम के प्रतीक ताजमहल का आधिकारिक ट्विटर अकाउंट को एक बार फिर सक्रिय हो गया। लेकिन यह सक्रियता कुछ ही दिनों के लिए थी और 19 फरवरी 2018 से ताजमहल ने कोई ट्वीट या रिट्वीट नहीं किया है।
एक-दूजे को फॉलो करते हैं ताज और एफिल टॉवर
ताज महल और फ्रांस का एफिल टॉवर दोनों एक दूसरे को फॉलो करते हैं। सक्रिय नहीं रहने का नतीजा है कि फॉलोवर्स के मामले में कभी आगे चल रहा ताजमहल एफिल टॉवर से काफी पीछे छूट गया है। ताजमहल के ट्विटर हैंडल को एक लाख 78 हजार तथा एफिल टॉवर के हैंडल को 3 लाख 22 हजार लोग फॉलो करते हैं। ताजमहल ने अपने परिचय में भी लिखा है, ‘दुनिया की सबसे ज्यादा प्यार की जाने वाली इमारत जो आगरा में है। विश्व के अजूबों में से एक है।’
ताजमहल ट्विटर हैंडल पर्यटकों के ट्वीट को रिट्वीट कर उनकी यादों को दुनिया के साथ साझा करता था। साथ ही उन पर्यटकों को भी आमंत्रित करता था जो उसके दीदार के लिए अब तक नहीं आ सके हैं। इसके लिए ताजमहल और ट्विटर इंडिया ने मिलकर एक अभियान भी शुरू किया था। ताज का दीदार करने वाले लोगों ने #MyTajMemory हैश टैग से हजारों ट्वीट भी किए थे। इसमें दुनियाभर के कई चर्चित लोग शामिल हैं। तत्कालीन अखिलेश सरकार ने कहा कि इस ट्विटर हैंडल से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ताज और प्रदेश की छवि सुधारने में भी मदद मिलेगी।
आगरा को सजाने में लगी यूपी सरकार
दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप मोहब्बत की इस अमर निशानी को देखने आ रहे हैं और उनके स्वागत के लिए खुद यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जा रहे हैं। 24 फरवरी को वह 17वीं सदी के इस स्मारक को देखने ताजनगरी आगरा पहुंच रहे हैं। ट्रंप के आने से पहले शाहजहां और मुमताज के कब्र के रेप्लिका (प्रतिरूप) की मड पैक थेरेपी की जा रही है। दोनों के कब्र में दफन होने के बाद 389 साल में ऐसा पहली बार हो रहा है। यही नहीं ताज की ओर जाने रास्ते और बाजारों को सजाया जा रहा है।
Source: International