प्रधानमंत्री ने रविवार को ” में का जिक्र किया। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मैं आपके साथ 12 साल की बेटी काम्या कार्तिकेयन की उपलब्धि की चर्चा जरूर करना चाहूंगा। काम्या ने सिर्फ 12 साल की उम्र में ही माउंट एकॉन्कागुआ को फतह किया। यह चोटी 7000 मीटर ऊंची है।’ आखिर कौन हैं काम्या कार्तिकेयन, जिनके काबिलियत का जिक्र प्रधानमंत्री मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में किया।
पीएम मोदी ने ‘मन की बात’ में की काम्या के उपलब्धि की चर्चा
12 वर्षीय काम्या कार्तिकेयन सातवीं की छात्रा हैं। वो मुंबई के नेवी चिल्ड्रन स्कूल की छात्रा हैं। उन्होंने दक्षिण अमेरिका की सबसे ऊंची चोटी माउंट एकॉन्कागुआ फतह करके सभी को चौंका दिया। ऐसा करने वाली वो दुनिया की सबसे कम उम्र की लड़की बन गई हैं। यह चोटी एशिया के बाहर सबसे ऊंची चोटी है। 6962 मीटर की ऊंचाई वाली माउंट एकॉन्कागुआ चोटी पर काम्या ने 1 फरवरी, 2020 को फतह किया और भारत का तिरंगा लहराया।
एक फरवरी को काम्या ने माउंट एकॉन्कागुआ पर लहराया तिरंगा
काम्या कार्तिकेयन ने 24 अगस्त, 2019 को लद्दाख में 6260 मीटर ऊंची मेंटॉक कांगड़ी II पर भी चढ़ाई पूरी की। ऐसा करने वाली वह सबसे कम उम्र की पर्वतारोही थीं। माउंट एकॉन्कागुआ फतह करने पर नौसेना के अधिकारियों ने काम्या कार्तिकेयन की जमकर तारीफ की। उन्होंने बताया कि काम्या ने शारीरिक और मानसिक तैयारी और साहसिक खेलों में नियमित भागीदारी के बाद यह सफलता हासिल की। उन्होंने इस दुर्लभ उपलब्धि को हासिल करने के लिए कई प्रशासनिक बाधाओं को पार किया।
महज तीन साल की उम्र में शुरू की ट्रैकिंग
काम्या ने महज तीन साल की उम्र में ट्रैकिंग शुरू किया। उस समय उन्होंने पुणे के लोनावला में बेसिक ट्रैक पर चढ़ाई शुरू की थी। जब वह 9 साल की हुईं तो उन्होंने अपने माता-पिता के साथ हिमालय की कई ऊंची चोटियों पर चढ़ाई की। इनमें उत्तराखंड का रूपकुंड भी शामिल है। एक साल बाद वह नेपाल में एवरेस्ट बेस कैंप (5346 मीटर) पहुंची।
Source: National