कोरोना से भारत का मेडिसीन उद्योग प्रभावित

नई दिल्ली
में फैले के संक्रमण का असर भारत के दवाई कारोबार पर पड़ा है। चीन में फैलने के चलते भारत जेनरिक दवाइयों का निर्यात नहीं कर पा रहा है। इस पर भारत के ने कहा है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की सलाह पर भारत ने जेनरिक दवाइयों का निर्यात बंद किया है।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने रविवार को कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते चीन से एक्टिव फार्मास्यूटिकल इनग्रेडिएंट्स (API) आयात नहीं हो पा रहा है, जिससे भारत में कारोबार प्रभावित हो रहा है। ऐसा डब्ल्यूएचओ की सलाह पर किया जा रहा है।

विदेश मंत्रालय ने उम्मीद जताई है कि चीन में महामारी के हालात जल्द सामान्य होंगे और फिर से जेनरिक दवाइयों का आयात-निर्यात दोबारा शुरू हो पाएगा।

मालूम हो कि जेनेरिक दवाइयां तैयार करने और निर्यात में भारत अव्वल देश है. साल 2019 में भारत ने 201 देशों को जेनेरिक दवाइयां उपलब्ध कराए हैं, जिससे अरबों रुपए की कमाई भी हुई है।

जेनरिक दवाइयों को तैयार करने के लिए भारत चीन पर निर्भर है। दवाइयां बनाने का कच्चा माल एक्टिव फार्मास्यूटिकल इनग्रेडिएंट्स (API) भारत चीन से आयात करता है।

कोरोना वायरस फैलने की वजह से चीन से कच्चे माल का आयात प्रभावित हुआ है, जिसका असर भारत के दवाई उद्योग पर भी पड़ा है। भारत में दवाई उद्योग प्रभावित होने से इसका असर दुनिया के दूसरे देशों में भी देखने को मिल सकता है।

Source: National

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