जिले के विकास में संसाधनों का अधिकतम सदुपयोग सुनिश्चित करें
विकेन्द्रीकृत जिला योजना निर्माण विषय दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ
रायपुर, सतत् विकास लक्ष्यों पर आधारित विकेन्द्रीकृत जिला योजना निर्माण विषय पर ठॉकुर प्यारेलाल राज्य पंचायत एव ग्रामीण विकास संस्थान निमोरा, रायपुर में आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला के उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में आये छत्तीसगढ़ के मंत्री एवं राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष एवं श्री अमरजीत भगत ने प्रतिभागियों से चर्चा करते हुए जिला योजना निर्माण में कुछ विशेष पहलुओं को प्रमुखता से शामिल करने के दिशा-निर्देश दिये, जिसमें उन्होंने कहा कि जिला योजना लोगों की आवश्यकताओं के अनुरूप हो यथार्थ के करीब हो, तथा संसाधनों का दुरूपयोग ना हो।
मंत्री श्री भगत ने कहा कि पर्यावरण, भूजल एवं भूतल के जल स्त्रोतों के संरक्षण और नवीनीकरण ऊर्जा के अधिकाधिक उपयोग, नालों व जल स्त्रोतों के किनारे वृक्षारोपण, आगामी नये भवनों में वाटर हारवेस्टिंग प्रणाली की अनिवार्यता, सड़कों के किनारे जल निकासी की उचित व्यवस्था, प्रत्येक ग्राम पंचायतों में वाचनालय के समुचित संचालन जैसे महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर चर्चा की तथा जिला स्तर पर बनने वाली योजनाओं में राज्य के युवाओं के लिये रोजगार, स्वरोजगार व आजीविका की अन्य संभावनाओं को दृष्टिगत रखते हुए रोजगारमूलक योजना निर्माण करने के निर्देश दिये।
अंत में राज्य योजना आयोग द्वारा प्रकाशित सतत् विकास लक्ष्य आधारित विकेन्द्रीकृत जिला योजना निर्माण की मार्गदर्शिका का विमोचन किया गया और जिलों से आये हुए अधिकारियों को कार्यशाला सह प्रशिक्षण का लाभ उठाते हुए इसे जिलों में प्रसारित करने में सहयोग करने की अपील करत हुए धन्यवाद ज्ञापित किया।