तमिलनाडु की AIADMK सरकार ने राजधानी चेन्नै और ममल्लापुरम () को खूबसूरती से सजाया है। जगह-जगह सुरक्षाकर्मी तैनात हैं। इसकी वजह है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बीच दूसरी अनौपचारिक शिखर बैठक। खास बात यह है कि वेन्यू के लिए ममल्लापुरम का नाम चीन ने सुझाया था, जिस पर भारत तुरंत सहमत हो गया। ममल्लापुरम से चीन का ऐतिहासिक लिंक तो है ही, लेकिन राजनीतिक वजहों से भी यह पीएम मोदी के लिए परफेक्ट है।
भारत में चीन के पूर्व राजदूत झाओहुई ने सुझाया था नाम
पूरे मामले से वाकिफ एक सूत्र ने बताया कि 2 महीने पहले जब मोदी-शी शिखर बैठक के वेन्यू के लिए चीन में चर्चा हुई तो भारत में चीन के पूर्व राजदूत और मौजूदा उप विदेश मंत्री लु झाओहुई ने ममल्लापुरम को चुना। झाओहुई चीन के विद्वान शु फंचेंग के शिष्य रहे हैं और वह ममल्लापुरम के ऐतिहासिक महत्व से अच्छी तरह वाकिफ थे। उन्हें चीन के साथ इस प्राचीन नगर के ऐतिहासिक रिश्तों के बारे में जानकारी थी। उस बैठक में झाओहुई के अलावा भारत में चीन के मौजूदा राजदूत सुन वेइडोंग भी शामिल हुए थे। सूत्र ने बताया कि जब चीन ने दूसरे अनौपचारिक शिखर बैठक के वेन्यू के लिए अपनी पसंद का इजहार किया तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तुरंत हामी भर दी।
18वीं सदी में पल्लव राजा और चीन के शासक के बीच हुआ था सुरक्षा समझौता
चेन्नै के नजदीक समुद्र किनार बसे इस ऐतिहासिक नगर का चीन के साथ काफी पुराना रिश्ता है। 18वीं सदी में यही पर तत्कालीन पल्लव राजा और चीन के शासक के बीच सुरक्षा समझौता हुआ था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए ममल्लापुरम राजनीतिक लिहाज से और भी अहम है क्योंकि यह तमिलनाडु में बीजेपी की योजनाओं के लिए फिट बैठता है।
राजनीतिक तौर पर पीएम मोदी के लिए भी परफेक्ट है ममल्लापुरम
ममल्लापुरम के चीन के साथ ऐतिहासिक लिंक से इतर, तमिलनाडु बीजेपी की प्राथमिकता सूची में शामिल है क्योंकि हालिया चुनाव में दक्षिण के इस सूबे में मोदी मैजिक काम नहीं कर सकता था। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव पी. मुरलीधर राव के मुताबिक समिट के लिए तमिलनाडु का चुनाव बीजेपी के लिए भी बेहद मुफीद है। वह कहते हैं, ‘बीजेपी के बारे में धारणा है कि यह एक हिंदी पार्टी है। मोदी के तमिलनाडु दौरे में इजाफा से यह समझ बढ़ेगी कि सूबा हमारे लिए राजनीतिक तौर पर बहुत महत्वपूर्ण है।’
‘गो बैक मोदी’ का ‘वेलकम मोदी’ में बदलना गेमचेंजर
तमिलनाडु बीजेपी के नेता भी बहुत जोश में और आशावादी दिख रहे हैं। बीजेपी के राज्य सचिव प्रफेसर आर. श्रीनिवासन कहते हैं, ‘अब तक यहां विपक्ष का ‘गो बैक मोदी’ नारा चलता रहा है। लेकिन अब डीएमके चीफ एम. के. स्टालिन समिट के लिए मल्लापुरम को चुनने के लिए मोदीजी को धन्यवाद दे रहे हैं। अब यह नारा बदल गया है। वे ‘वेलकम मोदी’ बोल रहे हैं। यह गेमचेंजर है।’ बता दें कि पीएम मोदी जब-जब तमिलनाडु दौरे पर पहुंचे हैं तब विपक्षी पार्टियां खासकर डीएमके ट्विटर पर ‘गो बैक मोदी’ हैशटैग को ट्रेंड कराती रही हैं।
मोदी-शी समिट से पहले तमिलनाडु में जगह-जगह से बीजेपी नेता चेन्नै पहुंच रहे हैं। बीजेपी इस उम्मीद में है कि तमिलनाडु में मोदी-शी समिट से उसके मिशन 2021 (तमिलनाडु विधानसभा चुनाव) और 2024 (लोकसभा चुनाव) के लिए सकारात्मक माहौल बनाने में मदद मिलेगी।
Source: National