किरंदुल । बैलाडीला क्षेत्र की पहाड़ियों के आसपास प्रचुर मात्रा में लौह अयस्क के पत्थरों का भंडारा पाया जाता है । एनएमडीसी भारत सरकार की नवरत्न कंपनियो में से एक है। और एनएमडीसी इन पहाड़ियों में माइनिंग का कार्य कर रही है ।
इसी तर्ज पर गुमियापाल ग्राम पंचायत के आलनार के पहाड़ियों की माइनिंग करने के लिए आरती स्पंज रायपुर ने भी लीज में लिया है और उनको गुमियापाल आलनार माइनिंग क्षेत्र से ही उत्खनन कर लौह अयस्क ले जाना है परंतु नक्सलियों एवं ग्रामीणों के भारी विरोध के कारण आज तक माइनिंग का कार्य शुरू नहीं कर पाई है इसके बावजूद भी 11 जुलाई को भांसी के जांच नाके से पीट पास के साथ आरती स्पंज लौह अयस्क से भरकर एक ट्रक एंट्री करा कर दंतेवाड़ा जाती है, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आरती स्पंज द्वारा किरंदुल बचेली के आसपास से अवैध खुदाई कर (बड़े – बड़े लोहे के पत्थर जिसे माफिया आलू माल कहते हैं) लौह भंडारण को शासकीय परिवहन अनुज्ञा पत्र(पीट पास) बनाकर अवैध तरीके से लौह अयस्क ले जाया जा रहा है जिसे दंतेवाड़ा में डम्प कर केसर से छोटे गिट्टी के रूप में तब्दील किया जाएगा सबसे बड़ी बात यह है की आरती स्पंज को बिना माइनिंग किये ही माइनिंग ऑफिस से परिवहन अनुज्ञा पत्र(पीट पास) प्राप्त हो जा रहा है जिससे साफ नजर आता है कि किस तरह इस कार्य मे माइनिंग के बड़े अधिकारियों की मिली-भगत है लौह अयस्क के अवैध खुदाई से जहां एक ओर शासन को करोड़ों रुपए का नुकसान हो रहा है तो वहीं दूसरी ओर पर्यावरण को भी नुकसान है शासकीय अधिकारी और क्षेत्रीय बड़े नेताओं के साथ गलत तरीके से दो नंबर के माल को एक नंबर का बना कर आरती स्पंज कंपनी द्वारा ले जाया जा रहा है ।
तहसीलदार बड़े बचेली पुष्पराज पात्रे का कहना है कि आरती स्पंज द्वारा गुमियापाल ग्राम पंचायत के आलनार क्षेत्र में ग्रामीणों के भारी विरोध के कारण किसी प्रकार का माइनिंग कार्य अभी तक शुरू नहीं की गई है जानकारी से प्राप्त हो रही है कि आसपास के क्षेत्र से अवैध तरीके से लौह अयस्क लेकर जा रहे हैं । जिसकी जांच की जाएगी
माइनिंग अधिकारी दंतेवाड़ा योगेंद्र सिंह का कहना है कि आरती स्पंज को आलनार में जो स्वीकृत एरिया है उसी क्षेत्र में उनको माइनिंग करना है फिर उसके बाद वहां से ही लौह अयस्क का ट्रांसपोर्टिंग करना है हमारी जानकारी में 11 जुलाई को आरती स्पंज का एक ट्रक लौह अयस्क कारली में स्टोरेज किया गया है हमें आरती स्पंज वाले ने बताया कि माइनिंग क्षेत्र से ही लौह अयस्क लाया गया है । लेकिन अब वहां जाने से ही पता चलेगा की वहां माइनिंग हुई है कि नहीं जांच का विषय है माइनिंग नहीं हुई है तो वहां इलीगल है और उनके ऊपर माइनिंग एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज किया जाएगा
अब देखना यह है की इन माफियाओं और लौह अयस्क के तस्करों के प्रति प्रशाषन कौन सी कार्यवाही करता है यह अभी गर्भकाल में छिपे प्रशन है।