जमीन में दबी मिली नवजात 'सीता', बीजेपी विधायक पप्पू भरतौल बने 'जनक'


एक मटके में जमीन के तीन फीट नीचे करीब 48 घंटे तक एक दबी रही। बीते गुरुवार को बरेली के श्मशान में जब एक परिवार अपनी नवजात बेटी की मौत के बाद उसे दफनाने पहुंचा तो जमीन की खुदाई के दौरान जमीन में दबी एक बच्ची की जानकारी मिली। इसके बाद उस बच्ची को मटके से निकालकर हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया। मामले की जानकारी जब स्थानीय बीजेपी विधायक उर्फ पप्पू भरतौल को मिली तो वह तुरंत हॉस्पिटल पहुंचे और उस बच्ची को गोद लेने की घोषणा कर दी।

जानकारी के मुताबिक, बरेली के सीबीगंज के हितेश कुमार की नवजात बेटी की मौत हो गई थी। उसे दफनाने के लिए वह श्मशान गए तो वहां पर जमीन खोदते समय उन्हें एक बच्ची के रोने की आवाज सुनाई दी। उन्होंने आवाज आ रही जगह पर खुदाई शुरू की तो वहां एक घड़े में बच्ची बंद मिली। उसे निकालकर तुरंत सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस बारे में जब बिथरी के विधायक राजेश मिश्रा को पता चला तो वह तुरंत जिला अस्पताल पहुंचे और डॉक्टरों से उसकी हालत के बारे में पूछा।

एनबीटी ऑनलाइन से बातचीत में पप्पू ने बताया, ‘बच्ची को बेहतर इलाज मिल सके, इसके लिए हमने उसे सरकारी अस्पताल से निकालकर प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया। उस बच्ची का वजन काफी कम था। फिलहाल उसकी हालत में काफी सुधार हुआ है लेकिन वह पूरी तरह से खतरे से बाहर नहीं आ पाई है।’ पप्पू ने बताया कि वह उस बच्ची को गोद ले चुके हैं और उस बच्ची के बेहतर इलाज तथा देखरेख के लिए डॉक्टरों सहित उनका परिवार भी लगा हुआ है। पप्पू ने उस बच्ची का नाम ” रखा है।

आपको बता दें कि राजेश मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल चर्चा में तब आए थे, जब उनकी बेटी साक्षी ने दलित से शादी करने के बाद उनपर गंभीर आरोप लगाए थे। साक्षी का कहना था कि उनके पिता राजेश दलित से शादी करने के खिलाफ हैं। साक्षी ने अपने पिता से खुद को जान का खतरा भी बताया था।

Source: UttarPradesh

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