उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में दो भाइयों में हुए के दौरान पिता को बड़े बेटे का समर्थन करना उनकी की वजह बन गया। बड़े भाई की तरफ से बोलने पर छोटे बेटे ने अपने ही पिता की कर दी। इतना ही नहीं ग्रामीणों की मदद से आरोपी ने घटना के बाद आनन-फानन में मृतक का अंतिम संस्कार भी कर दिया। मामले की जानकारी होने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण करने के बाद मामले की जांच शुरू कर दी है। वहीं, घटना के बाद से आरोपी फरार है।
जानकारी के मुताबिक, जैंत चौकी क्षेत्र के गांव बाटी निवासी 70 वर्षीय मोतीलाल के दो बेटों में सोमवार सुबह ट्रैक्टर को लेकर विवाद हो गया। दोनों भाइयों को आपस मे झगड़ते हुए देख मोतीलाल ने दोनों को समझाने का प्रयास किया लेकिन विवाद शांत नहीं हुआ। इसके बाद मोतीलाल ने अपने बड़े बेटे की तरफदारी को तो यह बात छोटे बेटे को नागवार गुजरी और उसने कुल्हाड़ी से प्रहार करके अपने ही पिता को मौत के घाट उतार दिया।
पुलिस ने अंतिम संस्कार रोकने की कोशिश की तो हुआ हंगामा
घटना के बाद ग्रामीणों के सहयोग से आनन-फानन में मृतक बुजुर्ग का अंतिम संस्कार किया गया लेकिन इस दौरान मामले की जानकारी पुलिस को हुई तो सीओ सदर रमेश कुमार तिवारी, एसओ वृंदावन संजीव दुबे और जैंत चौकी प्रभारी नीरज भाटी पुलिस फोर्स के साथ गांव पहुंचे और जलती चिता से मृतक के शव को निकालने का प्रयास किया लेकिन ग्रामीणों ने विरोध करते हुए हंगामा कर दिया।
पुलिस ने घटनास्थल पर जाकर नजारा देखा तो सामान बिखरा पड़ा था और जमीन पर खून भी बिखरा था। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। घटना के संबंध में एसएसपी शलभ माथुर ने बताया कि गांव बाटी में छोटे बेटे रामेश्वर द्वारा अपने ही पिता मोती की हत्या किए जाने का मामला संज्ञान में आया है। एसएसपी ने बताया कि ट्रैक्टर के विवाद में मृतक ने अपने बड़े बेटे का सपॉर्ट किया था, जिससे नाराज छोटे बेटे ने अपने ही पिता की हत्या कर दी। घटना के बाद से आरोपी फरार है। मामले की जांच की जा रही है।
Source: UttarPradesh