आर्टिकल 370 खत्म होने के केंद्र के फैसले पर सियासी तकरार के बीच कश्मीर घाटी में पोस्टपेड मोबाइल सेवा बहाल होने के कुछ ही घंटों बाद एहतियात के तौर पर सोमवार शाम 5 बजे एसएमएस सेवा बंद कर दी गई। कश्मीर में 72 दिनों बाद पोस्ट पेड मोबाइल सेवा बहाल की गई थी, जबकि इंटरनेट अभी भी बंद है।
अधिकारियों ने बताया कि 40 लाख उपभोक्ताओं की पोस्टपेड मोबाइल सेवा शुरू होने की खुशी ज्यादा देर तक टिक नहीं सकी, क्योंकि प्रतिबंध की अवधि में मोबाइल का बिल जमा न होने के कारण हजारों उपभोक्ताओं को सेवा से वंचित रहना पड़ा। सोमवार देर शाम तक और मंगलवार की सुबह से ही दूरसंचार कंपनियों के बाहर पोस्टपेड मोबाइल का बिल जमा करने वालों की लंबी कतारें देखी गई। इंटरनेट सेवा बाधित होने के कारण उपभोक्ताओं ने बिल जमा कराने की ऑनलाइन सुविधा उपलब्ध न होने की शिकायत की। इस वजह से 25 लाख से अधिक प्रीपेड मोबाइल फोन और वॉट्सऐप समेत अन्य इंटरनेट सेवाएं फिलहाल बाधित रहेंगी।
राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने सोमवार को कहा था कि इंटरनेट सेवाएं जल्दी ही बहाल की जाएंगी, लेकिन सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार इसमें दो महीने का समय लग सकता है। गवर्नर ने कहा कि प्रीपेड सेवाओं पर फैसला अगले महीने लिया जा सकता है।
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कश्मीर में 5 अगस्त को मोबाइल सेवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया गया था जब केंद्र सरकार ने राज्य का विशेष दर्जा समाप्त कर उसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया था। जम्मू में प्रतिबंध के कुछ दिनों बाद ही संचार सेवाएं बहाल कर दी गई थीं और अगस्त के मध्य में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं भी शुरू कर दी गई थीं। 18 अगस्त को मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं थी।
Source: National