नई दिल्ली : केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने आज गुवाहाटी, असम में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के कर्मियों और उनके आश्रितों के लिए ‘आयुष्मान सीएपीएफ’ योजना की शुरुआत की। इस अवसर पर श्री अमित शाह ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के कुछ अन्य अधिकारियों तथा बलकर्मियों को आयुष्मान सीएपीएफ लाभार्थी ई हैल्थ कार्ड प्रदान किए।
इस मौके पर अपने संबोधन में श्री अमित शाह ने कहा कि देश की सेवा करने वालों की सेवा करने व उनका ध्यान रखने के लिये प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी संकल्पित हैं और हमारे जवानों को आयुष्मान बनाना मोदी सरकार की प्राथमिकता है। आज पराक्रम दिवस है। आज नेताजी सुभाष चंद्र बोस का 125वां जन्मदिन है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने तय किया है अब से देश 23 जनवरी के दिन को पराक्रम दिवस के रूप में मनाएगा। उन्होने कहा कि आज सीएपीएफ के पराक्रमी जवानों और उनके परिजनों के स्वास्थ्य के लिए आयुष्मान सीएपीएफ योजना शुरु हो रही है। इस योजना को शुरु करने के लिए आज से बेहतर दिन नहीं हो सकता।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि नेताजी ने नारा दिया था- तुम मुझे खून दो,मैं तुम्हें आजादी दूंगा। ये नारा आज भी देश के युवाओं में चेतना और उत्साह को भरता है। राष्ट्रभक्ति को बढ़ावा देता है। आंतरिक सुरक्षा की बात हो या सीमा सुरक्षा की बात हो देश का जवान मोर्चा संभाल कर वीरता और समर्पण भाव से डटा रहता है। मैं मानता हूँ कि जो जवान हमारी मातृभूमि के लिए लड़ रहे हैं, वह अपने घर-परिवार को लेकर चिंतित ना हों। उनके परिजनों की चिंता करना हमारा काम हैं। हमने उनकी समस्याओं को कम करने और उनके जीवन को आसान बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं। पीएम मोदी की आयुष्मान भारत भी एक ऐसी योजना है,जिसे आज सभी सीएपीएफ कर्मियों और उनके परिवारों तक बढ़ाया जा रहा है।
श्री अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने सीएपीएफ कर्मियों की एक समस्या का समाधान किया है और वह है उनके परिवारों का स्वास्थ्य। हम हमेशा देश की सेवा करने वालों की सेवा करना चाहते हैं। अब देश के सभी सीएपीएफ कर्मियों और उनके परिवारों को 24,000 अस्पतालों में कार्ड स्वाइप के साथ मुफ्त इलाज मिलेगा। 1 मई तक योजना पूर्णतया लागू हो जाएगी और ऐसा प्रयास किया जाएगा कि 1 मई के दिन प्रधानमंत्री जी के द्वारा आयुष्मान कवच सभी को उपलब्ध हो जाए। सीएपीएफ के सभी कर्मचारियों और उनके परिवारजनों को एक हेल्थ कार्ड भी दिया जाएगा और साल भर में सभी कर्मचारियों का तथा 3 साल में एक बार परिवारजनों का परीक्षण किया जाएगा। यह हमारे सीएपीएफ कर्मियों के लिए पीएम मोदी जी की ओर से एक बहुत बड़ा उपहार है। पीएम आयुष्मान योजना पहले ही लगभग 2 करोड़ लोगों की सेवा कर चुकी है, और भारत के गरीब और जरूरतमंदों को 5 लाख रुपये का मुफ्त इलाज उपलब्ध कराती है। श्री शाह ने कहा कि मरीज़ों को इलाज के बाद उनके घर लौटने के लिए 250 रुपये भी दिए जाते हैं। भारत के 60 करोड़ गरीबों के जीवन को इस कैशलेस प्रणाली द्वारा बदल दिया गया है।
श्री शाह ने कहा कि गृह मंत्रालय का कार्यभार संभालते समय सुरक्षाबलों की तीन प्रमुख समस्याएं थीं जिनमें स्वास्थ्य सेवाओं के लिए पूर्ण योजना का न होना, हाउसिंग सेटिस्फेक्शन रेशियो अत्यंत कम होना और, नियुक्ति समय पर न होने के कारण ड्यूटी ज्यादा होना शामिल था। श्री शाह ने कहा कि श्री नरेंद्र मोदी सरकार ने आज स्वास्थ्य सेवाओं की दिक्कत समाप्त कर दी है जो एक बड़ी शुरुआत है। केंद्रीय गृह मंत्री ने यह भी कहा कि हम यह भी सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं कि हर जवान को अपने परिवार के साथ हर साल कम से कम 100 बिताने को मिलें। अभी कुछ दिन पहले परिणाम आए हैं और 50,000 जवान बलों में शामिल होंगे साथ ही निकट भविष्य में 50,000 और जवान शामिल भी होंगे। भर्ती को सेवानिवृत्ति के चक्र के साथ इस प्रकार जोडा जाएगा ताकि रिटायरमेंट के दिन ही नया जवान ड्यूटी पर आ जाए। इससे निश्चिंत होकर एक जवान अपनी ड्यूटी कर पाएगा। श्री अमित शाह ने कहा कि हाउसिंग सेटिस्फेक्शन रेशियो को 55% तक पहुंचाने का काम किया जाएगा। जिसे धीरे-धीरे 65% से ज्यादा तक ले जाने का लक्ष्य 2024 तक रखा गया है।
गृह मंत्री ने कहा कि 2020 का वर्ष समग्र मानव जाति के लिए अत्यंत चुनौतीपूर्ण रहा। पूरी दुनिया के साथ भारत ने भी इस संकट का सामना किया है। शुरुआती समय में ढेर सारे सवाल उठाए जाते थे किंतु श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में शुरुआती कदम उठाकर पूरा देश एकजुट होकर कोरोना के खिलाफ लड़ने के लिए तैयार हुआ और आज विकसित देशों की तुलना में भारत के आंकड़े अत्यंत मजबूत स्थिति में हैं।
श्री अमित शाह ने कहा कि कोरोना से पहले हम मास्क, पीपीई किट, वेंटिलेटर नहीं बना सकते थे लेकिन आज भारत की पूरी दुनिया को मास्क, पीपीई किट, वेंटिलेटर देने की क्षमता है। इसका प्रमुख कारण है कि भारत में कोरोना के खिलाफ प्रधानमंत्री जी के साथ राज्य सरकार और 130 करोड़ की जनता मिलकर लड़ी। श्री अमित शाह ने कहा कि इस लड़ाई में सीएपीएफ के जवान और पुलिसकर्मी अग्रिम पंक्ति में खड़े रहे। कई जवान संक्रमित भी हुए लेकिन उनके जोश और जज्बे में कोई कमी नहीं आई।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि हमारे वैज्ञानिकों ने दो टीके बनाए जो पूरी दुनिया में सबसे विश्वसनीय माने जा रहे हैं। मोदी जी के नेतृत्व में आज विश्व का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन का प्रोग्राम चलाया जा रहा है। श्री अमित शाह ने कहा कि कोरोना टीके पर जो राजनीति कर रहे हैं, उन्हें मैं कहना चाहता हूं कि राजनीति करने के लिए कई दूसरे मंच हैं। लोगों के स्वास्थ्य से जुड़ी जो चीजों हैं, हमारे वैज्ञानिकों ने मेहनत कर जो टीका बनाया है, उस पर क्यों राजनीति कर रहे हो? ऐसे करके आप हमारे वैज्ञानिकों की क्षमता का अपमान कर रहे हो। मैं सभी जवानों – राज्य पुलिस, सीएपीएफ और अन्य से अनुरोध करता हूं कि वे अपनी बारी का इंतजार करें और बिना किसी हिचक के वैक्सीन लें।
श्री अमित शाह ने कहा कि श्री नरेंद्र मोदी सरकार ढेर सारे सुधारों को लेकर आई है जिसमें राष्ट्रीय रक्षा यूनिवर्सिटी, राष्ट्रीय फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी की स्थापना करने का काम शामिल है। इससे रक्षा के क्षेत्र में जुड़े बच्चों को कैरियर बनाने में आसानी होगी। श्री शाह ने असम के मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री से इन दोनों विश्वविद्यालयों से संबंधित कालेजों की खोलने की बात भी कही।
कार्यक्रम में गृह राज्य मंत्री श्री नित्यानंद राय, असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल, असम के वित्त एवं स्वास्थ्य मंत्री हेमंत विस्वशर्मा, गृह सचिव अजय कुमार भल्ला, सीआरपीएफ के महानिदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के सीईओ श्री इंदु भूषण सहित केंद्र सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल रहे।