इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय में छात्रसंघ को बैन कर छात्र परिषद के गठन की कवायद फेल हो गई है। कक्षा प्रतिनिधि के लिए बचे दो प्रत्याशियों के अयोग्य घोषित होने के बाद छात्र परिषद का चुनाव ही अघोषित रूप से रद्द हो गया है। सोमवार को परिषद के कक्षा प्रतिनिधियों के लिए मतदान होना था। लेकिन कोई प्रत्याशी मैदान में ना होने के कारण यह नहीं हो सका।
हालांकि, चुनाव अधिकारी प्रफेसर आर.के.सिंह ने अभी चुनाव रद्द होने का औपचारिक एलान नहीं किया है। इलाहाबाद विवि में चुने हुए प्रतिनिधियों में से ही 22 अक्टूबर को अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महामंत्री, संयुक्त सचिव और सांस्कृतिक सचिव का चुनाव होना था। ऐसे में छात्र परिषद का गठन अब अधर में लटक गया है। गौरतलब है कि, में 8 जून को विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रसंघ बैन कर छात्र परिषद का गठन कर दिया था। जिसके बाद से ही सभी छात्र संगठन छात्र परिषद का विरोध करते आ रहे हैं।
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15 प्रत्याशियों ने वापस ले लिया था नाम
छात्र परिषद के गठन के लिए कुल 70 कक्षा प्रतिनिधि चुने जाने थे। लेकिन 70 पदों के लिए कुल 17 प्रत्याशियों ने ही नामांकन कराया था। इस दौरान नामांकन वापसी के आखिरी दिन 17 अक्टूबर की शाम तक 15 प्रत्याशियों ने पर्चा वापस ले लिया था और चुनाव लड़ने से पीछे हट गए थे। इसके बाद कक्षा प्रतिनिधि के लिए मैदान में दो ही दावेदार बचे थे। इनमें से भी इंस्टीट्यूट ऑफ प्रफेशनल स्टडीज की परास्नातक प्रथम वर्ष की छात्रा शबीहा खातून के नामांकन पर आपत्ति दर्ज कराई गई थी कि वह किसी अन्य विश्वविद्यालय से बीएड की पढ़ाई भी कर रही हैं। इस आधार पर उनका नामांकन भी खारिज हो गया।
महाविद्यालयों में भी चुनाव प्रक्रिया फेल
इसके अतिरिक्त दूसरे प्रत्याशी विधि संकाय के परास्नातक द्वितीय वर्ष के छात्र वागीश शुक्ला ने भी विवि प्रशासन को शपथ पत्र देकर चुनाव ना लड़ने की इच्छा जता दी थी। ऐसे में कक्षा प्रतिनिधि के लिए चुनाव मैदान कोई प्रत्याशी ही नहीं बचा। कक्षा प्रतिनिधियों के ना चुने जाने से विश्वविद्यालय प्रशासन जहां बैकफुट पर आ गया है। वहीं, छात्र परिषद का गठन न होने को अब छात्र संगठन आम छात्रों की जीत के रूप में देख रहे हैं। एयू के तीन संबद्ध कॉलेजों में तो छात्र परिषद के गठन की प्रक्रिया फेल होने के बाद रद्द कर दी गई है। इनमें श्यामा प्रसाद मुखर्जी डिग्री कॉलेज, इलाहाबाद डिग्री कॉलेज और ईश्वर शरण डिग्री कॉलेज शामिल हैँ।
Source: UttarPradesh