वाराणसी में हत्याओं का सिलसिला थम नहीं रहा है। बीते दो महीने में दुस्साहसिक ढंग से हत्या की दस वारदातों के बाद अब पूर्व डीआईजी के बिल्डर बेटे बलवंत सिंह समेत दो लोगों की हत्या कर दी गई। बिल्डर की हत्या में आरोपी कांग्रेस नेता और बिल्डर पंकज चौबे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
शिवपुर के तरना इलाके में रहने वाले सेवानिवृत्त डीआईजी सभाजीत सिंह के बेटे बलवंत सिंह (42) सत्य साई बाबा इन्फ्रा प्रॉजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में पार्टनर थे। रविवार रात वह सारनाथ क्षेत्र की अशोक विहार कॉलोनी के फेज-2 में रहने वाले रामगोपाल सिंह के यहां दावत में शामिल होने गए थे। दावत में बलवंत और उनके चार अन्य पार्टनर थे।
देर रात खाना खाने के बाद एक पार्टनर सबसे पहले बाहर निकला। थोड़ी ही देर बाद बलवंत निकले तो उनपर गोली चलाई गई। पेट में गोली लगने से बलवंत जमीन पर गिर पड़े। आनन फानन में प्राइवेट अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलने पर अस्पताल पहुंचे परिजनों ने जमकर हंगामा किया। पुलिस को शव कब्जे में लेने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।
हत्या के लिए इस्तेमाल पिस्टल बरामद
सोमवार सुबह बलवंत के बेटे अनुराग ने सारनाथ थाने में साई बाबा इंफ्रा प्रोजेक्ट में पार्टनर पंकज चौबे पर हत्या का केस दर्ज कराया। दोपहर में पुलिस ने आरोपित पंकज चौबे को गिरफ्तार कर लिया। सारनाथ थाना प्रभारी विजय बहादुर सिंह ने बताया कि हत्या में प्रयुक्त पंकज की लाइसेंसी पिस्टल बरामद की गई है। पुलिस के मुताबिक आरोपी ने अपराध कबूल लिया है। बताया कि कारोबार में लेनदेन के विवाद को लेकर घटना हुई।
बुलेटप्रूफ गाड़ी भी नहीं आई काम
बलवंत अपने व्यवसाय के कारण सतर्कता बरतते थे, लेकिन सबकुछ धरा का धरा रह गया। दावत में वह अपनी बुलेटप्रूफ एसयूवी से लाइसेंसी पिस्टल लेकर गए थे। दावत खाने के बाद जब बाहर निकले तो स्कार्पियो तक पहुंचने से पहले से ही उन्हें गोली मारी गई। अचानक हुए हमले के दौरान बलवंत को संभलने का कोई मौका नहीं मिला और बाद में उनकी मौत हो गई।
Source: UttarPradesh