आगरा का बेटा संतोष जम्मू-कश्मीर में शहीद, राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार

अनिल शर्मा,
जम्मू-कश्मीर में सरहद की निगरानी करते हुए आगरा के गांव पुरा भदौरिया के हवलदार की शहादत हो गई। रविवार की रात जवान की शहादत की खबर मिली तो परिवार में कोहराम मच गया। शहीद की दो दिन बाद ही उदयपुर में पोस्टिंग होनी थी। सोमवार को शहीद का पार्थिव शरीर आगरा पहुंचा, जहां पूर्ण के साथ सेना व सिविल प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने श्रद्धांजलि अर्पित की।

संतोष कुमार सिंह सेना में हवलदार थे। वर्तमान में उनकी तैनाती जम्मू-कश्मीर के पलांवाला सेक्टर में थी। रविवार की शाम सेना की यूनिट ने परिजनों को संतोष कुमार सिंह भदौरिया के आईडी विस्फोट में घायल होने की खबर दी थी। रात करीब 9:30 बजे एसडीएम बाह अवधेश श्रीवास्तव ने घर आकर संतोष कुमार सिंह की शहादत की खबर दी। शहादत की सुनते ही परिवारवालों में कोहराम मच गया।

संतोष कुमार सिंह (40) 1997 में सेना में भर्ती हुए थे। उनकी पत्नी विमला देवी, बेटी दीक्षा (17), प्रिया (14), बेटे अभय प्रताप सिंह (12) के साथ आगरा में रहती हैं। शुक्रवार को ही संतोष कुमार ने बेटे को फोन पर जन्मदिन की शुभकामनाएं दी थीं। संतोष कुमार सिंह ने उसे बर्थ डे विश कर सेना का अफसर बनाने के लिए विमला देवी को खूब तैयारी कराने के लिए बोला था। तभी संतोष कुमार सिंह ने दो दिन बाद उदयपुर में पोस्टिंग होने की जानकारी दी थी।

शहीद संतोष कुमार सिंह भदौरिया को माता-पिता बचपन में ही चल बसे थे। भाई लालजी सिंह और भाभी सुमन की गोद में खेल कूदकर बडे़ हुए संतोष सेना में भर्ती होने के जुनून में चंबल की तलहटी में खूब दौड़ा करते थे। पहले ही प्रयास में कामयाब भी हुए थे। संतोष कुमार सिंह अपने बड़े भाई लालजी सिंह और भाभी सुमन की गोद में पले बढ़े।

शहीद संतोष कुमार भदौरिया का पार्थिव शरीर सोमवार को आगरा के एयर फोर्स स्टेशन खेरिया पहुंचा जहां पूरे राजकीय सम्मान के साथ उन्हें पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई तथा सेना के जवानों द्वारा सलामी भी दी गई। आगरा के डीएम एनजी रवि कुमार, एसएसपी बबलू कुमार एवं पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की। बाद में शहीद का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव पूरा भदौरिया के लिए रवाना किया गया।

संतोष के बड़े भाई लालजी सिंह ने बताया कि बीहड़ की पगडंडी पर उछल कूद करने वाले संतोष कुमार सिंह कहते थे कि एक दिन वह पाकिस्तान को सबक सिखाएंगे। शहादत की खबर पर लालजी सिंह और दिनेश सिंह ने कहा कि भाई ने परिवार का मान बढ़ाया है। भाई खोने का गम है, लेकिन शहादत पर गर्व है। चाचा रविंद्र सिंह ने संतोष कुमार सिंह की शहादत पर दुख जताते हुए कहा कि देश के लिए कुर्बान हुए बेटे के बलिदान पर जन्म देने वाले माता-पिता भी स्वर्ग में गौरवांवित होंगे।

Source: International

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *