बीएचयू में दलित संस्कृत प्रफेसर पर हमले के विरोध में आक्रोश मार्च, कार्रवाई की मांग

दिनेश मिश्र, वाराणसी
बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय में प्रफेसर शांतिलाल साल्वी के ऊपर डॉक्टर फिरोज का समर्थक बताकर सोमवार को परिसर में हुए जानलेवा हमले के 48 घंटे बाद भी कोई कार्रवाई न होने पर परिसर में आक्रोश फैलता जा रहा है। बुधवार को सैकड़ों की संख्या में छात्रों और शिक्षकों ने आक्रोश मार्च निकालकर दोषियों के खिलाफ जल्द कानूनी कार्रवाई की मांग की।

गौरतलब है संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय में नियुक्त साहित्य विभाग में सहायक प्रफेसर डॉक्टर फिरोज का समर्थक बताकर सोमवार को आंदोलनरत छात्रों ने प्रदर्शन के दौरान प्रफेसर शांतिलाल साल्वी को गाली देते हुए मारने के लिए दौड़ा लिया था। किसी तरह से वह जान बचाकर वहां से भागे। सोमवार की देर रात वाराणसी पुलिस ने लंका थाने में इस हमले को लेकर प्रफेसर कौशलेंद्र पाण्डेय, मुनीश कुमार मिश्र, शुभम के साथ चार-पांच अज्ञात पर धारा 147,504,323,352 और एससी/एसटी ऐक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया था।

कुलपति प्रफेसर राकेश भटनागर ने भी शिक्षक पर हमले के हुए प्रयास की कड़ी निंदा की थी। बुधवार को संस्कृत शिक्षक डॉक्टर साल्वी के हमलावरों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर बीएचयू मेन गेट से आक्रोश मार्च निकाला। प्रफेसर के हमलावरों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए बड़ी संख्या में छात्र और शिक्षक लंका पुलिस स्टेशन पहुंचे। यहां पर मौजूद एडीएम सिटी यूएन वर्मा और इस घटना के जांच अधिकारी बने डेप्युटी एसपी सुधीर जायसवाल को अपनी मांगों को लेकर एक ज्ञापन दिया। ज्ञापन पर महेश प्रसाद अहिरवार, सुजाता गौतम, सर्वेश कुमार, स्वर्ण सुमन, प्रमोद बागड़े, सुनील, सुशीला भारती सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे।

Source: International

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