भोपाल-मध्य प्रदेश विधानसभा में पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह के राजधानी स्थित बंगले C 19 में कांग्रेस विधायकों का जमावड़ा लगा था। कयास लगाए जा रहे थे कि पीसीसी चीफ के चयन को लेकर यहां बंद कमरे में बैठक हो रही है। कुछ देर चर्चा के बाद बंगले से सभी विधायक और अजय सिंह बाहर आए। उन्होंंने कहा कि राजधानी में पार्टी के कई विधायक अपने अपने कार्यों से आए हुए थे। उनमें से कुछ विधायक चाय पीने यहां आए थे। प्रदेश अध्यक्ष का चयन राष्ट्रीय नेतृत्व को करना है। यहां इस रह की कोई बैठक नहीं हो रही थी।
उन्होंने कहा कि मैं नेता प्रतिपक्ष रहा हूं पार्टी के कई विधायकों से अच्छे संबंध हैं। बहुत सारे विधायक भोपाल में थे उनमें से कुछ मिलने आ गए तो इसमें हैरानी की क्या बात है। उन्होंने कहा कि मैं प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में शामिल नहीं हूं। पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी जी पूरे मध्य प्रदेश के नेताओं से वाकिफ हैं वह जो करना चाहेंगी, जिसे चाहे अध्यक्ष, उपाध्यक्ष बनाना चाहेंगी यह उनका कार्यक्षेत्र है। उनसे पूछा गया कि पार्टी में लोकतांत्रिक तरीके से अध्यक्ष का चुनाव होना चाहिए इस बारे में आपका क्या कहना है। उन्होंंने कहा कि कभी भी ऐसा नहीं हुआ है कि वोटिंग हो हम लोग इंतजार कर रहे हैं हमारे राष्ट्रीय नेता जो फैसला लेंगे वो हमारे लिए सर्वमान्य है।
गौरतलब है कि पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह के बंगले पर लगातार पार्टी नेताओं और विधायकों का आना जाना लगा है। हालांकि, वह इस बात को सामन्य बता रहे हैं। लेकिन जिस तरह से बीते 24 घंटे में हलचल हुई है उससे सब कुछ सामान्य नहीं लगता। हालांकि, अजय सिंह ने एक बार फिर यह कह कर साफ कर दिया है कि वह खुद किसी भी पद की दौड़ में शामिल नहीं है लेकिन पार्टी जो जिम्मेदारी सौंपेगी वह उसकी निभाएंगे।