जिले में पुलिस की बढ़ती घेराबंदी के बीच ढाई लाख रुपये के इनामी अपराधी अखंड प्रताप सिंह ने पुलिस को चकमा देकर गुरुवार को एडीजे कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। अखंड प्रताप सिंह के सरेंडर करने की सूचना के बाद बड़ी संख्या में कोर्ट के बाहर लोगों की भीड़ जमा हो गई। वहीं, पुलिस का कहना है कि बढ़ते दबाव के चलते सिंह ने सरेंडर किया है।
जिले के तरवा थाना क्षेत्र के जमुआ गांव के रहने वाले अपराधी अखंड प्रताप सिंह ने वर्ष 2013 में 11 मई को ट्रांसपोर्टर धनराज यादव की गोली मार कर हत्या कर दी थी। इसके साथ ही करीब तीन दर्जन गंभीर अपराध करने के बाद वह तरवां ब्लॉक का प्रमुख बना था। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी से अतरौलिया विधानसभा से प्रत्याशी भी रह चुका है।
अपराधिक मामलों में फरार चल रहे अखंड प्रताप सिंह के घर नवंबर में कुर्की की नोटिस भी चस्पा था जिसके बाद पुलिस ने अखंड प्रताप सिंह के उपर ढाई लाख का इनाम घोषित कर दिया। बढ़ते पुलिस के दबाव के बीच गुरुवार को अखंड प्रताप सिंह ने गैंगेस्टर कोर्ट सरेंडर कर दिया। अपर पुलिस अधीक्षक एनपी सिंह का का कहना है कि पुलिस की तीन टीमें लगातार गिरफ्तारी के लिए लगी हुई थी जिसके बाद बढ़ते दबाव के बीच उसने सरेंडर किया है।
Source: International